तहसील मुख्यालय सहित सरोली में तीन बालक-बालिका महाविद्यालय सहित एक दर्जन से अधिक विद्यालय है। शिक्षण को आने वाले बालक-बालिकाओं को मार्ग पर असामाजिक तत्वों से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पुलिस प्रशासन रात के साथ-साथ सुबह शाम को भी गश्त करे। ताकि असामाजिक तत्व हरकतों से बाज आए और बालिकाएं महफूज समझ सके। प्रभा देवी, दूनी
कस्बे में आयोजित संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने बड़ी समस्याओं को लेकर अवगत कराया है। सभी समस्याओं को थानाप्रभारी के समक्ष रखने के साथ ही उच्चाधिकारियों को भी समाधान के लिए लिखा जाएगा।
रामदयाल हेडकांस्टेबल, थाना दूनी
दूनी तहसील मुख्यालय पर राजमार्ग पर स्थित पंचायतों के विद्यार्थियों सहित कर्मचारियों एवं ग्रामीणों का सरकारी एवं निजी कार्य से आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में सडक़ पार करने के दौरान अब तक कई दुर्घटनाएं घटीत हो चुकी है। सरकार सबसे बड़ी समस्या पर ध्यान देकर सरोली में पुलिया निर्माण कराए ताकि दुर्घटनाओं से निजात मिल सके।
प्रेमदेवी गुर्जर, दूनी
दूनी-सरोली मार्ग पर चलने वाले निजी वाहनों के चालक महामारी के दौर में बिना गाइडलाइन की पालना सवारियों को भरकर यात्रा करा रहे हैं। ऐसे में फिर बड़ा कोरोना विस्फोट होने से नकारा नहीं जा सकता। पुलिस-प्रशासन उक्त वाहनों एवं चालकों पर कार्रवाई करे। राजकुमारी चंदेल, दूनी
तहसील मुख्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग व दो राज्य मार्गों से जुड़ा हुआ है। चौबीस घंटे कस्बे से होकर ओवरलोड सहित सैकड़ों वाहन तेज गति से गुजरते हैं। कई बार तो कस्बे के मार्गों पर जाम की नोबत आ जाती है। ऐसे में दुर्घटना का भय बना रहता है। पुलिस गुजरने वाले तेज गति एव ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करे ताकि कस्बे में यातायात व्यवस्था सुचारू रह सके। – कांता सैनी, दूनी
यह आए मुद्दे सामने
कस्बे में सुबह एवं शाम भी हो पुलिस गश्त-सरोली मोड़ चौराहे पर हो पुलिया निर्माण-मार्ग पर चलने वाले निजी वाहनों में हो सोशल डिस्टेंस-दुर्घटना रोकथाम को दूनी-सरोली मार्ग पर बने स्पीड ब्रेकर-तेज गति से चलने वाले वाहनों पर हो कार्रवाई।