इसका कारण है कि कोरोना महामारी की चपेट में आने से जिले में 90 लोगों की मौत हो चुकी है। मौत का यह आंकड़ा सरकारी है। एम्बुलेंस और निजी वाहनों से श्मशान तक पहुंचे शवों की संख्या देखी जाए तो जिले में इससे तीन गुना है। कोरोना ने जिले में कई शिक्षक, चिकित्साकर्मी, जनप्रतिनिधि, धर्मगुरु, साहित्कार, समाजसेवी आदि को छीन लिया। वहीं महामारी का प्रकोप कुछ महिनों पहले इतना बढ़ गया था कि अस्पताल में भर्ती करने के लिए बेड तक नहीं थे।
ऑक्सीजन की कमी ने भी कई की जान ले ली थी। अस्पताल में भर्ती होने के लिए सिफारिशें तक लगी। अब हालात सामान्य होते जा रहे हैं, लेकिन कोरोना महामारी खत्म नहीं हुई है। पहली और दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर आने को है। सरकार भले ही बाजार और आवागमन में ढील दे दे, लेकिन लोगों को सावधानी अपने स्तर पर ही बरतनी होगी।
हम सब को अपने स्तर पर ही प्रतिबंधों की पालना करना जरूरी है। घर से बाहर जाते समय मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना नहीं भूलना चाहिए। सरकार की गाइड लाइन की पालना करने से ही तीसरी लहर में नुकसान से बचा जा सकता है। गत दिनों राज्य के चिकित्सा मंत्री और जिला प्रभारी रघु शर्मा और विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी जारी की है।
इसके बाद प्रशासन भी सचेत हो गया है। ऐसे में हम सब की जरा सी लापरवाही तीसरी लहर को निमंत्रण दे सकती है। कोरोना महामारी की पहली लहर कम थी, लेकिन दूसरी लहर ने देशभर में तबाही फैला दी थी। अब तीसरी लहर में सबको सतर्क रहने की आवश्यकता है।
दो महीने में आए 5477 पॉजिटिव
गत अप्रेल और मई की ही बात की जाए जो जिले में 5477 पॉजिटिव केस आए हैं। अभी जून चल रहा है। इसमें भी प्रति दिन 10 से 20 केस आ रहे हैं। जिले में मार्च 2021 तक 3845 पॉजिटिव थे। दूसरी लहर के चलते गत अप्रेल में 2644 पॉजिटिव तथा गत मई में ही 2833 पॉजिटिव केस आ गए। ऐसे में सभी को सर्तकत रहना है।