समारोह में बालकों की मनोरंजक प्रतियोगिता, हाऊजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें हाउजी में प्रथम बीना मारू, द्वितीय दर्शन धाबड़धींगा ने प्राप्त किया। इस अवसर पर आयोजित ईसर-गणगौर प्रतियोगिता में प्रथम नरेन्द्र-रेखा जैन तथा द्वितीय दीपक-मोना सूराशाही ने प्राप्त किया। राधा-कृष्ण बने दीपक-मोना सूराशाही के साथ सभी सदस्यों ने जमकर फूलों की होली खेली।
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत ग्रुप के अध्यक्ष उत्तम जैन, संस्थापक अध्यक्ष नरेन्द्र, सचिव हेमन्त सिंघी, सचिव दीपक जैन, जयकुमार ने आदिनाथ भगवान की तस्वीर के समक्ष दीप जलाकर किया। सभी विजेताओं को पुरस्कार का वितरण किया गया। संचालन दीपक कासलीवाल ने किया।
भगवान शांतिनाथ की शांतिधारा की निवाई . सकल दिगम्बर जैन समाज की ओर से सोमवार को आचार्य धर्मसागर के समाधि दिवस पर शांति मण्डल विधान का आयोजन किया । जैन समाज के प्रवक्ता विमल जौंला ने बताया कि आचार्य के समाधि दिवस पर सर्व प्रथम सुरेश के. शास्त्री के निर्देशन में भगवान शांतिनाथ की शांतिधारा करने का प्रकाश चन्द, राजेन्द्र कुमार ने की।
इसके बाद शांति मण्डल विधान में श्रद्धालुओं ने श्रीजी के सामूहिक अभिषेक किए। विधान मण्डल पर पांच
मंगल कलश की स्थापना कर विधान की पूजा-अर्चना शुरू हुई। विधान की पूजा में नित्य नियम पूजा देव, शास्त्र
गुरु पूजा, शांतिनाथ भगवान पूजा, आचार्य धर्म सागर की पूजा, आर्यिका आदिमति की पूजा के साथ शांति मण्डल विधान की विशेष पूजा की गई।
मंडल विधान की पूजा में श्रद्धालुओं ने 120 श्रीफ ल मंडप पर समर्पित किए। सुनील भाणजा ने बताया कि समाधि दिवस समारोह के दौरान प्रश्न मंच प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें विजेता प्रतियोगियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। (एसं)