कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सत्नीक शिरकत की। इस मौके पर चौहान ने कहा कि “ मैं मध्यप्रदेश का मामा, अब राजस्थान का भी मामा है। उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण आयोजन समिति ने नहीं, बल्कि लोगों की श्रद्धा ने बनाया है। धाकड़ समाज के आराध्य देव भगवान धरणीधर महाराज शेषनाग के अवतार धाकड़ समाज के आराध्य देव हैं, धरणीधर भगवान का शस्त्र हल है इसी प्रकार उन्हें “ हलदर “ कहा जाता है। धाकड़ समाज ने 11 करोड़ रुपये की लागत से जो मंदिर बनाया है, जो भक्ति भाव को प्रकट करता है।
मुख्यमंत्री ने धाकड़ समाज से वचन लेते हुए कहा कि धरती हमारी माता है और मां को कभी नहीं बेचा करते। धाकड़ समाज से दोनों हाथ ऊपर कर वचन लिया कि कोई भी समाज का व्यक्ति अपने जमीन नहीं बेचेगा। समाज से वचन लिया कि हर धाकड़ समाज अपने-अपने घरों में भगवान धरणीधर भगवान की तस्वीर लगाकर रोज उनकी पूजा करेगा। उन्होंने मध्यप्रदेश में चलाई जा रही योजनाओं के बारे भी जानकारी दी।
विशिष्ट अतिथि सांसद राजगढ़ एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय धाकड़ महासभा रोडमल नागर ने कहा कि हम एक साथ संकल्प लें कि धरती हमारी माता है। हमें हमारी माता को हर प्रकार से प्रयास कर बचाना है, हमें खेतों में रसायन खाद का प्रयोग नहीं कर, जैविक खेती करनी चाहिए। 4 जून को भोपाल में धाकड़ समाज का महाधिवेशन होने वाला है। इसमें सभी समाज बंधुओं को आने का निमंत्रण दिया।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की हेलीकॉप्टर से एक झलक पाने के लिए मंदिरों की छतों पर चढ गए। छतों से हाथ हिलाकर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जो सड़क मार्ग से मांडकला पहुंचे ने दोनों ने एक साथ मंदिर में धरणीधर भगवान के दर्शन कर भगवान की आरती की। मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा का समारोह पूर्णाहुति एंव भंडारे के साथ सोमवार को संपन्न हुआ। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद भंडारा एवं प्रसादी वितरण का कार्यक्रम हुआ।
धाकड़ समाज के आराध्य देव भगवान धरणीधर की मूर्ति स्थापना को लेकर पिछले दो माह से चल रही ऑनलाइन बोली 41 लाख 551 रुपए में भगवानपुरा तह.टोडारायसिंह निवासी रामलाल धाकड़ के नाम छोड़ी गई। जिनके हाथों से निज मन्दिर के गर्भ गृह में दोपहर 12 बजे अभिजीत मूहर्त में स्थापित की गई ।