read more: बीसलपुर बांध में पानी के नीचे छह मीटर तक मिट्टी व बजरी की परत, बांध निर्माण के बाद पहली बार हुआ सर्वे बजरी खनन का यह दृश्य बोरड़ा स्थित गणेश मन्दिर
Borada Ganesh Temple से आसानी से देखा जा सकता है। जहां नदी के बीचों-बीच खड़े टै्रक्टर-ट्रॉलियों में बजरी भरी जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बजरी तस्कर नदी के ऊपरी हिस्से की मिट्टी हटाकर नीचे से बजरी निकाल रहे है।
इससे नदी में करीब सौ वर्गफीट क्षेत्र हिस्से में कई जगह गड्ढे हो गए। यहां बजरी भरने के बाद ये वाहन गांवों के कच्चे मार्गों से होते हुए गुजर रहे है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में हादसा होने का अंदेशा भी बन रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि तेज रफ्तार से गुजरने वाले वाहनों से हादसा होने की संभावना हो रही है।
read more:बनास में बजरी के अवैध खनन को रोकेंगे आरएसी के जवान, खनिज विभाग को मिली जवानों की टुकड़ी लेकिन विरोध करने पर इनके चालक झगडऩे पर उतारु हो जाते है। लिहाजा झगड़े से बचने के लिए ग्रामीण इसका विरोध नहीं कर रहे है। हालाकि यहां समस्या इसलिए भी है कि उक्त मार्ग दो जिलों की सीमा पर स्थित है। ऐसे में बजरी खनन व परिवहन से जुड़े लोग इसका फायदा उठाकर चांदी कूट रहे है।
read more:video: रात होते ही शुरू हो जाता है बजरी के अवैध परिवहन और खनन का खेल इधर, पुलिस ज्यादा ध्यान राजमहल, नेगडिय़ा, रामथला क्षेत्र है, जो कि बजरी खनन के गढ़ है। उल्लेखनीय है कि गत दो दिन पूर्व पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन बजरी से भरे वाहन पकड़े थे। लेकिन कार्रवाई के बावजूद बजरी खनन व परिवहन का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में पुलिस व प्रशासन के बजरी चोरी रोकने के तमाम प्रयास विफल साबित हो रहे है।