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टोंक

टोंक में अब तक 24 स्थानों पर टिड्डी का हमला

– कृषि विभाग व किसानो की उड़ाई नींद

टोंकJul 02, 2020 / 08:57 am

Vijay

120 हैक्टेयर में टिड्डियों ने डाला डेरा

120 हैक्टेयर में टिड्डियों ने डाला डेरा


टोडारायसिंह. मोर व रीण्डल्यारामपूरा पंचायत तन स्थित काश्त व चारागाह भूमि पर बिलायती बबूल व अन्य हरे पेड़ों पर टिड्डी दल के मंगलवार रात डेरा डालने से कृषि विभाग व किसानो की नींद उड़ गई है। इधर, बीती रात से कृषि व राजस्व विभाग के कार्मिक लगातार दवा स्प्रे करने से करीब तीस फीसदी टिड्डियों को खत्म करने में सफलता मिली है।
मोर व रीण्डल्यारामपुरा पंचायत के करीब ५ किमी. के दायरे में अलग-अलग दलों में विलायती बबूल व देशी बबूल आदि हरे पेड़ों पर टिड्डी दल ने रात पड़ाव डाला। बुधवार तडक़े सुबह ३ बजे से दोनों पंचायत के करीब १२० हैक्टेयर में इस दौरान कृषि विभाग के डॉ. किशनलाल जाट, सहायक कृषि अधिकारी जगदीश प्रसाद, कृषि पर्यवेक्षक हरिसहाय शर्मा तथा हल्का पटवारी रामपुरा, मदनलाल चौधरी, मोर पटवारी कमल चौधरी ने मिलकर 6 पावर ट्रैक्टर तथा दो पानी के टैंकरों की सहायता से रात्रि तथा सुबह ३ बजे से क्लोरोफाइरीफॉस (५० ईसी) दवा का करीब १२० हैक्टेयर में छिडक़ाव किया, जिससे तीस फीसदी टिड्डियों की संख्या खत्म होने की पुष्टि की है। इधर, किसानों ने खेतो में थाली, ढ़ोल, ट्रम व हार्न बजाकर ध्वनि से खेतो में उगी फसले, मंूग, ज्वार, बाजरा व उडद के अलावा रजका व अन्य चारे को टिड्डियों से बचा लिया।
आधा दर्जन से ज्यादा गांवों में पहुंचे टिड्डी दल
मालपुरा. कृषि उप कार्यालय के अधीनस्थ आधा दर्जन से ज्यादा गांवों में मंगलवार की रात टिड्डी दलों के आने से कृषि अधिकारियों ने गांवों में स्प्रे कराया। वहीं किसानों के सहयोग से थाली, पीपे, ढोल बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया। उपखंड क्षेत्र में सातवी बार टिड्डी दल का प्रवेश हुआ है।
सहायक कृषि अधिकारी किशन लाल चौधरी ने बताया कि मंगलवार देर शाम टिड्डी दल छोटे-छोटे टुकड़े प्रवेश कर गए, जिन्होंने रात्रि को कडीला, रिडल्या रामपुरा, लक्ष्मीपुरा जाटान, अलीयारी, डूंगरी, सूरजपुरा, शेरगढ़, जानकीपुरा क्षेत्रों में ठहराव किया। सूचना मिलने पर कृषि विभाग की ओर से सुबह से ही क्लोरोफायर्रिपास दवा का स्प्रे का कार्य शुरू किया। दोपहर में टिड्डी दल टोक की ओर निकल गया। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि सायंकाल के समय टिड्डियां विश्राम के लिए रूकती है। उस समय किसान अपने खेत पर रहकर इनको जंगल की ओर निकालने का प्रयास करें, जिससे कि फसल को नुकसान होने से बचाया जा सकता है।
७४५ हैक्टेयर हो चुका है प्रभावित
टोंक. जिले में 24 स्थानों पर टिड्डी ने हमला किया है, जिसमें 745 हैक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जिसमें 201 किसानों की व सरकारी सहित अन्य की जमीन शामिल है। टिड्डियों पर नियंत्रण के लिए 303 लीटर कीटनाशक का छिडक़ाव किया गया है। साथ ही 44 ट्रैक्टर, आठ फायर ब्रिगेड व हाथों की मशीन से स्प्रे किया गया है। जिले के मालपुरा क्षेत्र में के टिड्यिों आने को असर ज्यादा देखने को मिला है।
बनाया कंट्रोल रूम
इस आपदा से राहत के लिए कृषि विभाग की ओर से जिला स्तरीय टिड्डी नियंत्रण कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो 24 घंटे चालू रहेगा जिसका दूरभाष नम्बर 01432-247495 है। इस नम्बर पर किसान टिड्डी दल के आने की सूचना दे सकते है जिससे विभागीय अधिकारी द्वारा त्वरित कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा अपने निकटतम टिड्डी कार्यालय, कृषि विभाग का कोई भी कार्यालय , राजस्व कार्यालय, ग्राम पंचायत , विद्यालय, डाकघर या कोई भी अन्य सरकारी कार्यालय में टिड्डी आने की सूचना दे सकते है।

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