कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने बताया कि टोंक-सवाई माधोपुर के लिए असली मुद्दे क्या है। इसमें प्रमुखता से रेल की मांग, पेयजल, उच्च शिक्षण संस्थानों का अभाव, उद्योग नहीं लग पाना, सुरक्षा, बजरी खनन, चिकित्सा आदि मुद्दे उभरे। आप भी जानिए जनता के सवाल नेताओं की जुबानी
विकास को लेकर जनता के बीच जाएंगे
पिछले पांच सालों में टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र में बिजली, पानी, सडक़, शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में विकास करवाए है। टोंक के विकास के लिए रेल के लिए सर्वे पूरा हो चुका है।
राज्य सरकार की ओर से भूमि एवं आधी राशि मिलने पर उसका भी कार्य शुरू हो जाएगा। चिकित्सा के क्षेत्र में अलग से मातृ शिशु कल्याण केन्द्र खोला गया है। विकास के लिए हर क्षेत्र में आयाम स्थापित किए गए है। वहीं कुछ कार्य ऐसे है, जो पांच वर्ष में पूरे नहीं हो सकते थे, उन्हें अब पूरा करवाया जाएगा।
सुखबीर सिंह जोनापुरिया, सांसद व भाजपा प्रत्याशी, टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र
टोंक में रेल के लिए बजट की घोषणा तत्कालीन सांसद नमोनारायण मीणा की देन है। पिछले पांच वर्षो में अवैध बजरी खनन जमकर हुआ है। वहीं सभी गांव-ढाणियों में पेयजल समस्या उभर कर आ रही है। देवली-उनियारा पेयजल योजना पांच वर्ष में भी पूरी नहीं हुई। वहीं टोंक में बीसलपुर का पानी पूर्व विधायक जकिया की देन है।
रामबिलास चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष, कांग्रेस
केन्द्र सरकार की योजनाओं ने लोकसभा क्षेत्र में विकास हुआ है। प्रत्येक गांव-ढाणी में स्कूल खुले है। गांवों में जाकर जनता की समस्याओं का समाधान किया गया है।
सत्यनारायण चौधरी, जिला प्रमुख
अकबर खान, समाज सेवी
मुद्दा: रेल की मांग
डॉ. राजेश मालपानी, चिकित्सक
मुद्दा: चिकित्सा सेवा में हो विस्तार केदार वियजवर्गीय, समाजसेवी
मुद्दा: मूलभूत सुविधाएं जुटे सुनील बंसल, कांग्रेस नेता
मुद्दा: बजरी खनन पर लगे रोक महेश गुर्जर, चित्रकार
मुद्दा: पर्यटन को मिले पहचान
पोखर लाल जाट, किसान
मुद्दा: कर्जमाफी
मतिन खां, ग्रामीण
मुद्दा: उच्च शिक्षा का अभाव इरशाद अहमद, ग्रामीण
मुद्दा: कानून व्यवस्था बाबू लाल शर्मा, शिक्षाविद्
मुद्दा: चहुंमुखी विकास आवश्यक सरताज अहमद, एडवोकेट
मुद्दा: सुरक्षा हनुमान सिंह, प्रोफेसर
मुद्दा: धारा 370 हटे