ऐतिहासिक टेकरी के इतिहास से छेड़छाड़ सहन नहीं किया जाएगा। इस पर विधायक ने कहा मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन कोई नाम नहीं बदला जाएगा। ज्ञापन में बताया कि टोंक में पहाड़ स्थित छतरी का निर्माण टोंक के प्रथम शासक रामसिंह सौलंकी ने कराया था। कालांतर में उस छतरी पर रसिक बिहारी कायस्थ बैठकर बांसुरी बजाया करते थे।
ऐसे में उसे रसिया की छतरी कहा जाने लगा। नगर परिषद ने बिना सहमति प्रस्ताव लिए वहां पर रजिया की छतरी का पत्थर लगा दिया है। ज्ञापन देने वालों में विष्णु शर्मा, राजपूत सभा जिला महामंत्री हनुमान सिंह, कोषाध्यक्ष देशराज सिंह खरावत, विजय मालवणी, मनीष बैरवा आदि शामिल थे। उन्होंने बताया कि सोमवार को जिला कलक्टर को विरोध दर्ज कराया जाएगा।
इधर घास गांव में पायलट को मदरसा पैराटीचर ने ज्ञापन सौंपा। इसमें कम मानदेय में काम कर रहे पैराटीचर्स का स्थानांतरण कराने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में जावेद अख्तर, जाकिर सारण, जफर खान, अनवर खान, नवेद खान आदि शामिल थे।