ये दोनों मृतक मासूम मेहगांव निवासी विकास (7) पुत्र राजेश भील तथा देशराज (7) पुत्र भागचंद बैरवा है। शव मिलने के बाद परिजन बेसुध हो गए। गांव में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस ने बताया कि दोनों मंगलवार दोपहर से लापता थे। इसका मामला सदर थाने में दर्ज कराया गया था।
पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवनिशकुमार शर्मा, उपाधीक्षक हरिप्रसाद सोमानी तथा सदर थाना प्रभारी जगदीश समेत ग्रामीण विकास व देशराज की तलाश में गुरुवार अलसुबह से ही बनास नदी में तलाशी करते रहे।
दोपहर में पुलिस ने बच्चों को पक्काबंधा में तलाशने के लिए एसडीआरएफ के दल को बुलाया। इसमें स्थानीय गोताखारों की मदद से तलाशी शुरू की गई तो दोनों पक्का बंधा में ही कुछ दूरी पर ही दलदल में फंसे हुए मिले।
पुलिस का मानना हैकि सम्भवतया दोनों बालक दोपहर में शौच करने के लिए पक्के बंधे में चले गए होंगे। जहां उनके पैर दलदल में फंस गए और वे गहराईमें चले गए। इससे उनकी मौत हो गई।
मां-बाप के हाल खराब
तीन दिन से लापता बच्चों को लेकर पहले से ही मां व पिता की हालात खराब थी। वे हरसम्भव कोशिश में जुटे थे कि बच्चे मिल जाए। इसमें पूरा गांव भी साथ दे रहा था। गांव के कमलेश गुर्जर ने बताया कि गांव की आबादी करीब 300 है। इसमें से प्रत्येक व्यक्ति दोनों परिवार के साथ लगा हुआ था।
ग्रामीणों ने अलग-अलग टीमें बनाकर पूरी बनास नदी समेत आस-पास के दर्जनों गांवों में बच्चों को तलाशा, लेकिन नहीं मिले। जैसे ही बच्चों के शव मिलने की सूचना आई तो देशराज के पिता भागचंद, मां बीना, बहन भारती व वर्षा, विकास के पिता राजेश तथा मां काली बेसुध हो गई। ग्रामीणों ने उन्हें सांत्वना दी।