दीपावली का त्योहार महज एक पखवाड़ा दूर है। ऐसे में सुबह 10 बजे बाद से दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ जुट रही है। इससे ग्रामीण व शहरी क्षेत्र से आने वाले ग्राहकों के वाहनों की रेलमपेल पर भी बढ़ रही है। लिहाजा मुख्य बाजार दुपहिया व चौपहिया वाहनों की पाॢकंग से सिकुड़ रहे हैं। लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर, देवली पुलिस के पास यातायात प्रबंधन की कोई ठोस योजना नहीं होने बेतरतीब वाहन खड़े हो रहे है। इससे आमजन को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
जबकि धनतेरस के बाद तो इन क्षेत्रों में पैर रखने तक की जगह नहीं होती। ऐसे में यातायात व्यवस्था बाधित होने का अंदेशा बन रहा है। हालांकि हर वर्ष दीपावली के तीन-चार दिन पहले यातायात पुलिस शहर में बस स्टैण्ड के बाहर बेरिकेड्स लगाकर चौपहिया वाहनों के मुख्य बाजार में जाने पर रोक लगाती है, लेकिन फिलहाल कोई व्यवस्था नहीं होने से मर्ज बढ़ रहा है। लोगों का कहना है कि समय रहते पुलिस ने यातायात प्रबंधन की योजना नहीं बनाई तो, हालात खराब हो सकते है।
मिलकर करें प्रयास
दीपावली के दिनों में मुख्य बाजार पर यातायात के बढ़ते भार को देखते हुए जाम लगना आम बात है, लेकिन इसके निराकरण के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। बाजार में सभी व्यापारी अपने सामानों को दुकान के मार्ग पर रखने के बजाय भीतर रखकर मार्ग खुला छोड़े। ठेला विक्र्रेता भीड़ को देखते हुए स्वयं ही पंक्तिबद्ध होकर व्यापार करें। इससे मुख्य मार्ग चौड़े रहेंगे। इसके अलावा खरीदारी के लिए जाने वाले लोग चौपहिया वाहन का कम से कम इस्तेमाल करें। इससे वाहनों के जाम पर अंकुश लगेगा।
उल्लेखनीय है कि शहर में पुलिस थाने से लेकर ममता सर्किल व छतरी चौराहा से लेकर जहाजपुर चुंगी नाका पर सर्वाधिक भीड़ रहती है। इस सम्बन्ध में पुलिस का कहना है कि जल्द ही व्यापार संगठनों व नगरपालिका प्रबन्धन से बातचीत कर यातायात प्रबंधन के सम्बन्ध में ठोस उपाय किए जाएंगे।