गौरतलब है कि शहर में नगर पालिका कार्यालय के पास स्थित राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (हायर सैकण्डरी) व राजकीय महाविद्यालय देवली में बास्केटबॉल के कोर्ट बने है। जहां वर्षो से बास्केटबॉल की प्रतियोगिता होती आ रही है।
इन्हीं कोर्ट पर खेलकर कई खिलाडिय़ों ने अभ्यास कर राज्य व राष्ट्रीय की प्रतियोगिता में भाग लिया है। लेकिन गत एक दशक से बास्केटबॉल के उक्त कोर्ट बदहाली का दंश झेल रहे है। तीनों ही बास्केटबॉल के मैदान कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गए। इन मैदानों के कई जगह टूटने से खिलाड़ी गिरकर चोटिल हो रहे है।
वहीं खराब हुए कोर्ट से बॉल कुछ ही समय में खराब हो रही है। इसके अलावा कई मैदानों की रिंग तक टूट चुकी है। यहां तक कि मैदान में बनाई लाइनिंग तक मिट चुकी है। इनमें हायर सैकण्डरी स्कूल में दो मैदान है तथा दोनों ही मैदान क्षतिग्रस्त हालत में है।
जिनकी मरम्मत व नवीनीकरण की ओर महाविद्यालय न ही स्कूलों का ध्यान है। इन मैदानों की मरम्मत नहीं कराए जाने से ये दिनों दिन खराब होते जा रहे है। खिलाडिय़ों ने बताया कि वे सुबह-शाम बास्केटबॉल खेलना चाहते है। लेकिन क्षतिग्रस्त मैदान व व्यवस्था सही नहीं होने से उन्हें भटकना पड़ रहा है।
बैडमिंटन के मैदान भी क्षतिग्रस्त- इसी प्रकार शहर के सरकारी स्कूलों व महाविद्यालयों के बैडमिंटन मैदान(कोर्ट)की भी माली हालत है। इन मैदानों की लाइनिंग मिट चुकी है। वहीं पोल क्षतिग्रस्त होकर झूल चुके है। जिन पर नेट बांधना भी मुश्किल हो रहा है।
खिलाडिय़ों ने बताया कि शहर में महज नगर पालिका कार्यालय परिसर स्थित मैदान ही बैडमिंटन खेलने लायक है। जहां प्रतिदिन खिलाड़ी खेलते है। बाकी हायर सैकण्डरी, आदर्श स्कूल व राजकीय महाविद्यालय के कोर्ट क्षतिग्रस्त हो चुके है। जिन पर खेलना मुश्किल है।