इससे गांव का वातावरण खराब हो रहा है। वहीं ग्रामीणों को रोग पनप का अंदेशा बन रहा है। इसके अलावा ग्रामीणों ने रिको क्षेत्र से निकलने वाले मलबे को देवली गांव क्षेत्र में डालने की भी समस्या बताई।
इसमेें बताया कि रिको का अपशिष्ट पदार्थ देवली गांव सडक़ों के किनारे व गांव के नजदीक डाला जा रहा है। इससे गांव में प्रदूषण हो रहा है। उधर, रिको से आएं प्रतिनिधि ने डम्पिंग यार्ड बनाने की मांग रखी।
वहीं कलक्टर ने एसडीओ को गांव के समीप अपशिष्ट डालने वालों को पाबंद करने निर्देश दिए। इसी प्रकार ग्रामीणों ने गांव में व्याप्त जल संकट के बारें में जिला कलक्टर को अवगत कराया। इस पर बीसलपुर पेयजल योजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि आगामी सितम्बर तक देवली गांव को पेयजल योजना से जोड़ दिया जाएगा। इससे गांव में जल संकट की समस्या खत्म हो जाएगी।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्य ने स्कूल के खेल मैदान को खाली कराने की मांग रखी। जनसुनवाई के चलते अटल सेवा केन्द्र पर ग्रामीणों की भीड़ रही। इस दौरान जिला परिषद के सीओ ओम प्रकाश जांगिड़, एसडीओ रवि वर्मा, तहसीलदार मानसिंह आमेरा, विकास अधिकारी कुशलेश्वर सिंह, सरपंच मंजू रैगर समेत सभी विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
समाज को उचित प्रतिनिधित्व मिले
देवली। राजस्थान प्रान्तीय तैलिक साहू महासभा की पिछले दिनों प्रदेशाध्यक्ष शौकिन साहू की मौजूदगी जयपुर रोड स्थित निजी होटल में बैठक हुई। इसमें पाली जिला स्थित 8772 बीघा भूमि के आवंटन, राजस्थान सरकार की ओर से तेल घाणी बोर्ड का गठन करने, राजनीतिक दलों में समाज को उचित प्रतिनिधित्व दिलाने, प्रत्येक जिला स्तर पर समाज का छात्रावास बनाने के लिए भूमि आवंटन करवाने व समाज की जयपुर में आयोजित एकता व अधिकार रैली की तैयारियों पर चर्चा की गई।
बैठक मेें महासभा प्रवक्ता जगदीश सोलंकी, महामंत्री जगदीश मगलुण्डिया, युवा महासभा अध्यक्ष श्याम मगरौला, महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष मधुबाला साहू, प्रदेश संगठन मंत्री दुर्गेश नंदन तेली आदि उपस्थित थे।