इसमें मुफ्ती आदिल नदवी, अकरम खान, मोहसीन रसीद, एडवोकेट शुजात अली, रईस अहमद, रफीक कामखानी, राशिद खान आदि ने बताया कि मौलाना कलीम सिद्दीकी हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक है। वे धर्म का उपदेश वैसे ही देते हैं जैसे अन्य धर्म के लोग दे रहे हैं।
इसके बावजूद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने या पूछताछ के लिए उन्हें थाने ले जाने के स्थान पर किसी अन्य स्थान पर ले जाया गया है। इससे लोगों में नाराजगी है। उन्होंने मांग है कि जल्द ही मौलाना को रिहा नहीं किया गया तो जेल भरो आंदोलन चलाया जाएगा। इस दौरान उत्तर प्रदेश और केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।