गांव में ना तो सडक़ों का निर्माण हुआ और ना ही नालियों का निर्माण कराया गया। ऐसे में हालात वैसे ही हैं, जैसे गत चुनाव से पहले थे। गांव की मुख्य सडक़ें गड्ढों से अटी हुई है। पानी का निकास नहीं होने से गलियां कीचड़ में बदल गई है। ऐसा भी नहीं है कि समस्या से उन्हें अवगत नहीं कराया गया है, लेकिन अनदेखी का आलम है कि लोग विकास की बाट जोह रहे हैं।
बूथ नम्बर- 61
मतदान केन्द्र: राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, अलीपुरा
कुल वोट 985 – कांग्रेस को मिले 407 मत, 2013 में मतदान पलट कर नहीं लौटे जनप्रतिनिधि व र्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में टोंक विधानसभा क्षेत्र के अलीपुरा गांव के मतदाताओं ने कांग्रेस प्रत्याशी सर्वाधिक मत दिए थे, लेकिन मत लेने के बाद वे भी पलट कर नहीं आए कि जिन्होंने मत दिए थे, उनके क्या हाल है। ऐसे में अलीपुरा गांव के लोग समस्याओं के बीच जीवन यापन कर रहे हैं।
वहीं जीते हुए जनप्रतिनिधि आते तो हैं और बड़ी बातें भी करते हैं, लेकिन विकास के नाम पर महज आश्वासन देकर चले जाते हैं। सडक़ें इतनी जर्जर है कि वाहन तो दूर पैदल भी नहीं चल सकते। आम रास्तों पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिए। बैरवा व जाटों के मोहल्ले में कीचड़ भरा रहता है।
यहां नालियों का निर्माण अब तक नहीं हुआ। ऐसे में घरों से निकलने वाला पानी कच्ची सडक़ पर जमा होकर कीचड़ में बदल गया है। इसके अलावा पेयजल तथा बिजली की स्थिति और भी खराब है। बिजली कटौती का समय तय नहीं है।