जिला कलक्टर आर. सी. ढेनवाल ने राजस्थान के मुख्य सचिव को धरनार्थियों की मांगों के साथ रिपोर्ट भेजी में बताया है कि भजनलाल की मौत पुलिस मुठभेड़ में हुई थी। इससे धरने पर बैठे लोगों में नाराजगी बढ़ गई है।
वहीं कलक्टर की ओर से भेजी गई रिपोर्ट यह भी बताया गया है कि पुलिस का मानना है कि ट्रैक्टर से नीचे गिर जाने के कारण दुर्घटना में मृत्यु हुई है। इसमें फतेहगंज परासिया थाना उनियारा निवासी भजनलाल (30) पुत्र हरपाल मीना की मौत हो गई। दूसरी ओर मृतक के परिजन तथा धरनार्थियों का आरोप है कि पुलिस ने भजनलाल के साथ मारपीट की।
इससे उसकी मौत हो गई। वहीं परिजन यह भी आरोप लगा रहे हैं कि तीन दिन बाद प्रशासन तथा पुलिस ने मामले को बदला है। जबकि शुक्रवार सुबह तक प्रशासन व पुलिस धरनार्थियों की मांगों को कुछ हद तक मानने को तैयार थे, लेकिन अब इसे मुठभेड़ बता आ रहे हैं।
वहीं एम्बुलेंस में रखे शव से बदबू आने पर शाम को जयपुर से मंगवाए गए डी-फ्रीज में शव को रखवाया गया। धरनार्थियों की मांगे नहीं मानी गई तो शनिवार सुबह से जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा तथा देवली-उनियारा विधायक व पूर्व डीजीपी हरीश मीणा अनशन शुरू करेंगे।
वहीं मौके पर अजमेर सम्भागीय आयुक्त लक्ष्मीनारायण बैरवा, अजमेर पुलिस महानिरीक्षक संजीव मौजूद थे। इधर, धरनार्थियों से शुक्रवार को भी वार्ता की गई, लेकिन मांगें नहीं माने जाने पर लोगों ने जिला कलक्टर तथा पुलिस अधीक्षक के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उन्होंने प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारे लगाए। इधर, टोंक में भी अनुसूचित जाति जन जाति मोर्चा के बैनर तले धरना शुरू किया गया। वहीं सरकारी क्षेत्र में नौकरी, मुआवजा व दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ की मांग को लेकर देवली, मालपुरा एवं निवाई में भी प्रशासन को ज्ञापन सौंपे गए।