वह गत 9 मार्च को समीप स्थित कुंचलवाड़ा माताजी के यहां दर्शनार्थ आया था। जहां रात रुकने के बाद वह सुबह साढ़े 9 बजे शहर के एसबीआई बैंक के एटीएम पर राशि लेने आया। इस दौरान उनका एटीएम कार्ड हैंग हो गया। इस पर समीप खड़े युवक ने पीडि़त को मदद की पेशकश की तथा मौका पाकर एटीएम कार्ड बदल दिया।
इसके बाद पीडि़त रामकल्याण टोंक चले गए। पीडि़त ने बताया कि इसके बाद गुरुवार को वे पुन: टोंक के किसी एटीएम पर राशि निष्कासन के लिए गए, लेकिन एटीएम मशीन से रुपए नहीं निकले।.
पीडि़त ने इसे लेकर बैंककर्मियों से सम्पर्क किया, तो पता चला कि उनके खाते से आठ बार में एक लाख 38 हजार 706 रुपए का निष्कासन हुआ। वहीं बैंक स्टेटमेंट में नकद राशि निष्कासन के साथ ऑनलाइन शॉपिंग की भी पुष्टि हुई है। इसे देखकर पीडि़त के होश उड़ गए।
समूची जानकारी के बाद पीडि़त शुक्रवार को देवली थाने आए। जहां उन्होंने थाने में ठगी की रिपोर्ट दी। उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन ठगी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऊंचा निवासी पूर्व सैनिक के खाते से सर्वाधिक 6 लाख की ठगी एवं सीआईएसएफ आरटीसी में राजस्थान पुलिस का प्रशिक्षण ले रहे दो जवानों के साथ भी 20-20 हजार की ठगी हो चुकी है।
ज्ञातंव्य रहे कि ऑनलाइन ठगी के सभी मामले एसबीआई एटीएम मशीन के है। जहां मशीन के आसपास दिनभर शातिर ठग लोगों को फांसने की फिराक में रहते है।