रोडवेज डिपो टोंक इलाके में ताज कॉलोनी में शनिवार को एक ही परिवार के चार लोगों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बावजूद जिला प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली। आखिर गली के दुकानदारों खुद ही अपनी दुकानें बंद करके घर रवाना हो गए। लोगों का आरोप है कि तीन दिन पूर्व ही इस परिवार का मुखिया कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जो जयपुर भर्ती है। संक्रमित के परिजन बिना रोक टोक के लगातार बाजार में घूम कर इधर-उधर दूकानों पर बैठ रहे थे, जिसकी प्रशासन को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नही की गई।
चिकित्सा विभाग द्वारा चार दिन पूर्व बुधवार को संक्रमित के घर पर जाकर परिजनों के सेम्पल लिए गए थे, जिनमें 4 जने शनिवार को आई रिपोर्ट में पॉजिटिव पाए गए है। उसके बावजूद न बेरिकेड्स लगाए ना हाइपोक्लोराइड का छिडक़ाव करवाया, जिससे नाराज व्यापारियों ने शनिवार को खुद ही अपनी दुकानें बंद कर दी।
जिले में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बाद अब प्रशासन हरकत में आ गया। शनिवार को एसडीएम रतनलाल योगी, कोतवाली पुलिस थानाधिकारी किशन लाल यादव पुलिस जाप्ते के साथ शहर के मुख्य बाजारों में पहुंचे, जिन्होनें दुकानों के अन्दर अधिक संख्या में खरीदारी कर रहे लोगों को पुलिस द्वारा बाहर निकाला। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई कोरोना गाइड लाइन की अवहेलना करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पीपलू (रा.क.). सोहेला में गत दिनों एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर चिकित्सा विभाग की टीम ने पहुंचकर संपर्क में आए व्यक्तियों के सैंपल लिए हैं। एमपीडब्ल्यू भगवान सहाय मीना ने बताया कि गांव में एक व्यक्ति को हल्का बुखार होने पर जांच करवाई थी। जांच में व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद पॉजिटिव व्यक्ति के इलाकें में बेरिकेडिंग कर लोगों को पाबंद किया था। वहीं शनिवार को डॉ. सुधांशु शर्मा के नेतृत्व में पहुंची चिकित्सा विभाग की टीम ने पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग के बाद 110 जनें के सैंपल लिए।