शीघ्र ही टोंक जिले में सडक़ों के विकास एवं मरम्मत के कार्यों के साथ ही बनास नदी पर पुल निर्माण, सडक़ चौड़ाइकरण तथा टोंक शहर के सौंदर्यीकरण के विभिन्न विकास कार्य शुरू होंगे।
पायलट ने कहा कि जिले में करीब 41 किलोमीटर लम्बी विभिन्न आठ सडक़ों के पुन:डामरीकरण के टेंडर स्वीकृति के बाद कार्य प्रगतिरत है।
इनमें चिरोज-मंडावर सडक़, टोंक-लहन-पालड़ा-चूली, चांदलाई-अल्लापुरा, काबरा-झालरा, लाम्बा-सोनवा वाया छापरिया, चिरोज-मंडावर सडक़, देवपुरा-करीरिया तथा चिरोज-मंडावर-हथौना सडक़ के पुन:डामरीकरण के काम शामिल हैं। इन सडक़ों पर 10.12 करोड़ रुपए की राशि व्यय होगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही लगभग 11 किलोमीटर लम्बी सडक़ों के पुन:डामरीकरण की स्वीकृतियां जारी की गई है।
इन सडक़ों पर करीब 2.32 करोड़ रुपए की राशि व्यय होगी। साथ ही टोंक-नगर-नैनवां स्टेट हाइवे की चौड़ाई तीन मीटर से बढ़ाकर सात मीटर किए जाने के 12.72 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत के प्रस्ताव को केन्द्रीय सडक़ निधि के तहत स्वीकृति के लिए भारत सरकार को भेजा है।
लोगों की जानी परेशानी
उपमुख्यमंत्री सचिन पायटल को टोंक दौरे के दौरान ग्रामीणों ने बनास नदी पर टोंक-गहलोद-जवाली-नानेर-धोली मार्ग पर कोई पुल नहीं होने से हो रही परेशानियों से अगवत कराया था। साथ ही इस मार्गपर बनास नदी पर पुल बनवाने की मांग की थी। पायलट ने इस गम्भीरता से लेते हुए उक्त कार्य का प्रस्ताव भी केन्द्रीय सडक़ निधि के तहत स्वीकृति के लिए भारत सरकार को प्रेषित कर दिया है।