जबकि इन स्कूल में गुलजार बाग क्षेत्र की बालिकाएं अध्ययन कर रही है। वहीं इस स्कूल से टीसी कटवाने के बाद छात्राओं के पास काली पलटन या बग्गीखाना के स्कूल में जाने की मजबूरी हो जाएगी, जबकि यह दोनों स्कूल काफी दूरी पर है।
अध्यापिकाएं बोली-हमारा क्या कसूरइधर
कृष्णा चौधरी ने बताया कि विगत वर्षों में विद्यालय की छात्राओं ने शैक्षणिक ,सहशैक्षिक और अन्य प्रतियोगिताओं में कीर्तिमान स्थापित किया है, इस वर्ष भी 20 से अधिक बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार मिलेगा।
विभागीय निर्देशानुसार कक्षा 1 से 8 तक अग्रेंजी माध्यम के विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं अध्यापिकाओं का कहना है कि उन्होंने मन लगा कर पढ़ाई करवाई है। अब उन्हें भी स्थानांतरण का दंश झेलना पड़ेगा। विभाग की ओर से इस तरह के विद्यालयों में प्रधानाचार्य सहित अन्य कार्मिकों के पदस्थापन के लिए वाक इन इन्टरव्यू 20 जून से ही शुरू हो रहे हैं।