उल्लेखनीय है कि विभाग ने सोना को 6 दिसम्बर 2019 को ही जिले का ब्रांड एम्बेसेडर मनोनीत कर 9 दिसम्बर को जयपुर में आयोजित कार्यशाला में आमंत्रित किया गया था, लेकिन जारी किए आदेश की प्रति सोना को नहीं मिलने के कारण वह कार्यशाला में नहीं पहुंच पाई।
इधर, सोना के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान की ब्रांड एम्बेसेडर बनाए जाने के बाद गांव सहित जिले में खुशी की लहर दौड़ गई। इस दौरान भरनी की पूर्व सरपंच कमलेशदेवी बैरवा सहित जनप्रतिनिधियों सहित ग्रामीणों ने सोना को बधाइंया दी।
एक दिन की मंत्री बन निकाले थे आदेश
राजनगर गांव निवासी सोना बैरवा स्वयं सहित जिले की करीब नौ बालिकाओं का बाल विवाह रूकवा सुर्खियों में आई थी, सोना को प्रथम गरीमा अवार्ड, लाड़ली सम्मान मिल चुका है। गौरतलब है कि 24 जनवरी 2017 में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में एक दिन की महिला एवं बाल विकास मंत्री बनकर 10,500 आंगनबाड़ी को सेलफोन व 282 महिला सुपरवाइजरों को आईपेड फोन देने के आदेश भी जारी किए थे।