जानकारी अनुसार क्षेत्र से गुजरने वाले जयपुर.सवाई माधोपुर रेल्वे मार्ग पर ग्रामीणों ने सुरेली रेल्वे स्टेशन बनाए जाने की मांग की थी जिस पर रेल्वे विभाग द्वारा 1976 में सुरेली रेल्वे स्टेशन स्थापित किया गयाए लेकिन इसके बाद रेल्वे विभाग एवं जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के कारण आज भी सुरेली रेल्वे स्टेशन मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहकर राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
रेल्वे स्टेशन पर बना प्रतिक्षालय जमींदोज हो गया है, जिससे यात्रियों को सर्दी, गर्मी व वर्षा में रेल के आने के लिए प्रतिक्षा करनी पड़ती है। वहीं रेल्वे स्टेशन पर बिजली पानी की व्यवस्था का अभाव है।
इस स्टेशन से टोंक.सवाई माधोपुर जिले के बनेठाए सुरेलीए कुण्डेरए रूपपुराए डिडायत, चितानी ए सुंथड़ा, रूपवास सहित दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के सैकड़ों यात्री प्रतिदिन रेल से यात्रा करते है।
इस रेल्वे स्टेशन पर प्रातरू 7 बजे जयपुर जाने वाली व प्रातरू साढ़े आठ बजे सवाई माधोपुर के लिएए शाम 7 बजे जयपुर व साढ़े सात बजे सवाई माधोपुर के लिए ट्रेनें ठहरती है।
कई बार मिले डीआरएम से
सुरेली रेल्वे स्टेशन को क्रमोन्नत करने को लेकर कई बार सुरेली सरपंच उगन्न्ता जाट के नेतृत्व में धर्मेन्द्र, कान्हाराम, एसएन गौत्तम,रामेश्वर प्रजापत, रामेश्वर चौधरी, गिर्राज शर्मा मधुसुदन शर्मा निजाम खां सहित दर्जनों ग्रामीणों ने जयपुर पहुंचकर डीआरएमएस को समस्या से अवगत करवाकर सुरेली रेल्वे स्टेशन को क्रमोन्नत करने की मांग कर चुके हैए लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
रेल्वे अधिकारियों ने लिया था जायजा
सुरेली रेल्वे स्टेशन को क्रमोन्नत करने के लिए ग्रामीणों की मांग पर गत माह रेल्वे अधिकारियों की टीम में महाप्रबन्धक टीपी सिंह ओर सचिव गौरव गौड़ सहित अन्य अधिकारियों ने सुरेली रेल्वे स्टेशन पहुंचकर स्टेशन का जायजा ले ग्रामीणों की समस्याएं सुनी थी।