शिविर में आरयूआईडीपी के अधीक्षण अभियन्ता अशोक जैन ने निर्माण कार्य में योगदान देने वाले मजदूरों को आपातकालीन स्थिति से निपटने एवं सुरक्षा के उपायों के बारे में बताया। इसके बाद श्रमिकों ने सुरक्षा अधिकारी के साथ नाटकीय तरीके से दुर्घटना से बचने के लिए उपाय एवं उपचार के बारे में नाटक का मंचन किया।
आरयूआईडीपी के अधिाशासी अभियन्ता सत्यप्रकाश ने श्रमिकों को कार्य के दौरान सबसे पहले स्वयं की सुरक्षा का ध्यान रखकर ही कार्य करें। टोंक वाटर सप्लाई के ए.पी. सांरगी ने श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
देते हुए बताया कि टीडब्ल्यूएसएल सुरक्षा के अन्र्तराष्ट्रीय मापदण्डों के तहत कार्य कर रही है, जिसके चलते विगत दो वर्षों में किसी भी प्रकार की कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई है तथा उन्होने कहा कि सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है अत: इस मामले में किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जायेगा।
सुरक्षा जागरूकता शिविर का आयोजन अवनीश दुबे की ओर से किया गया। अंत में विशेष योगदान देने वाले इंजीनियर, सुपरवाइजर एवं मजदूरों को परियोजना की ओर से पुरस्कृत भी किया गया। इसमें सुरक्षा मापदण्डों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए टीडब्ल्यूएसएल के कामेश कुमार, अजय तिवारी, चन्द प्रकाश प्रजापत को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
इस दौरान चिरंजी लाल चन्देल, ऋषिकेश शर्मा, अरविन्द सिंह, माजिद खान, सालीक खान पंकज रावत, जगतबंधू रावत, राजीव मीमरोट आदि मौजूद थे।