सहायक इन्सफेक्टर टी के दास, बी आर चौधरी, अश्वनी कुमार, एस एम धुरी एवं 6 फीजिकल ट्रेनर सहित 15 सदस्य की टीम ने सैनिक के त्याग और समर्पण की गाथाएं गाते हुए देश पे्रम का संदेश दिया। संस्था के प्रधानाचार्य दिलीप कुलश्रेष्ठ के अनुसार सेमिनार के दौरान टीम ने सुदर्शनोदय तीर्थ की छटा निहार प्राकृतिक सौन्दर्य का आनन्द उठाया।
पर्यावरण संरक्षण के गुर बताते हुए पेड़-पौधों का महत्व समझाया। सेना के विभिन्न घटकों के शौर्य और उपलब्धियों की प्रोजेक्टर पर फिल्म दिखाकर विद्यार्थियों मे देश भक्ति, साहस, शौर्य और समर्पण का जज्बा जगाया गया।
पहल-कुरीतियों के उन्मूलन का प्रयास
आवां. शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। बच्चों को शिक्षित और संस्कारित कर समाज और देश की प्रगति में भागीदार बने। यह विचार पूर्व कृषि मंत्री डॉ. प्रभु लाल सैनी ने आवां के अखनेश्वर धाम पर माली समाज, अन्य समाज और स्वयं सेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं के बीच कही।
वक्ताओं ने आवां के माली समाज के सामूहिक सम्मेलन को आदर्श बनाने के लिए सबके सहयोग की आवश्यकता जताई। आवां सरपंच राधेश्याम चन्देल ने बताया ग्रामीणों ने बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या, भेद, महिला और बाल अपराध, नुकथा प्रथा, मण्डप और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों को जड़ से मिटाने का संकल्प लिया।
फूल माली सैनी समाज आवां के तत्वावधान मे पीपल पूर्णिमा के अवसर पर 18 मई को अखनेश्वर परिसर मे प्रथम आदर्श सामूहिक विवाह सम्मेलन की तैयारियां को अन्तिम रूप दिया गया। 17 मई को कलश, चाक-भात और 18 मई को निकासी एवं पाणिग्रहण संस्कार के कार्यक्रम रखे गए हैं।