ग्रामीणों ने बताया कि गांव में होने वाली रात्रि चौपाल सहित ग्राम सभाओं की सूचना नहीं दी जाती है। शुक्रवार को आयोजित रात्रि चौपाल में भी ऐसा ही किया गया। देर शाम तक भी सूचना का नोटिस तक चस्पा नहीं किया गया।
ग्रामीणों का कहना था कि गांव में कई प्रकार की समस्याएं हंै, जिसको को लेकर ग्रामीणों की ओर से पंचायत प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होता है। पंचायत प्रशासन ने रात्रि चौपाल को लेकर ना तो टेंट की व्यवस्था की गई और ना पानी व रोशनी का इंतजाम किया गया।
पंचायत ने अटल सेवा केन्द्र के हॉल में सिर्फ अधिकारियों की कुर्सियां लगाकर चौपाल की शुरुआत कर दी। इधर, ग्रामीणों की नाराजगी के चलते अधिकारियों को भी बिना किसी समस्या के समाधान के लोगों की बातें सुनकर वापस लौटना पड़ा।
चौपाल के दौरान उप जिला कलक्टर कैलाश गौतम, उपखण्ड अधिकारी रवि वर्मा, विकास अधिकारी कुश्लेश्वर सिंह, तहसीलदार देवली मानसिंह आमेरा, पटवारी अनुपमा बैरवा, सरपंच चांद खां मन्सूरी, उप सरपंच तेजा राम वर्मा, सहायक अभियंता जलदाय विभाग देवली प्रदीप तिवाड़ी, सहायक अभियंता विद्युत वितरण निगम देवली वी.के. जैन मौजूद थे।
नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी
राजमहल पंचायत के देवीखेड़ा कटारियों की ढाणी, माताजी रावता, कुशालपुरा आदि बीसलपुर-टोंंक-उनियारा जल परियोजना के फिल्टर प्लांट केे करीब होने के बाद भी पानी नहीं मिल रहा है। राजमहल में आवश्यकता का आधा पानी ही मिल रहा है। क्षेत्र के दर्जनों परिवार खाद्य सुरक्षा से वंचित हो रहे हैं, लेकिन पंचायत प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
रात्रि चौपाल का कार्यक्रम अचानक बना था, जिससे सूचना का अभाव रहा है, जो पंचायत सचिव की जिम्मेदारी है। पंचायत क्षेत्र में लोगों की समस्या का जल्द ही समाधान करने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
चांद खां मन्सूरी, सरपंच, राजमहल।