भवन की छत में से पानी टपकता है, जिससे विद्यार्थी की पाठ्य पुस्तकें भीग जाती है। ग्रामीणों ने बताया की ककराजकलां कीरों की ढाणी में से विद्यार्थी एक किलोमीटर तक कीचड़ में चल कर विद्यालय आते है। रास्ता खराब होने के कारण कई अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजते है। इस के बारे में ग्राम पंचायत सरपंच को भी कई भार अवगत करा चुके है। किसी भी अधिकारी के नहीं आन पर ग्रामीणें ने दस बजे विद्यालय का ताला खोल दिया।
इसके बाद प्रदर्शन करने वाले ग्रामीण टोंक कलक्ट्रेट पहुंच गए। इसके बाद कलक्टर को ज्ञापन सौंंंप से समय से विद्यालय खुलने व बन्द होने व विद्यार्थी को गुणवता पूर्ण पोषाहार व कीरो की ढाणी से विद्यालय तक सडक़ निर्माण की मांग की है।
कलक्टर के आदेशों की नहीं हो रही पालना
मालपुरा. जिला कलक्टर रामचन्द्र ढेनवाल द्वारा गत दिनों चबराना ग्राम पंचायत में आयोजित हुई जनसुनवाई में ग्रामीणों की मांग पर ग्राम पंचायत सरपंच व प्रशासन को चरागाह भूमि से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन गुरुवार को प्रशासन की ओर से फोरी कार्रवाई कर आदेशों की अवहेलना की गई।
मामले के अनुसार 17 जुलाई को चबराना ग्राम पंचायत में आयोजित हुई जनसुनवाई में ग्रामीणों की मांग पर जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत सरपंच व प्रशासन को चरागाह भूमि पर हो रहे अतिक्रमण की गंभीरता पर प्रशासन को पुलिस का सहयोग लेकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन नायब तहसीलदार बृजलाल मीणा जब अतिक्रमण हटाने गए तो वहां ग्राम पंचायत के सहयोग से कार्रवाई शुरु की। प्रशासन द्वारा एक मात्र केबिन को हटाकर अतिक्रमण हटाने के आदेशों की इतिश्री कर ली। इस प्रकार हुई फोरी कार्रवाई पर ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया।