गोचर ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए बस स्टेण्ड परिसर को सेनेटाईज करवाया गया है। बस में सवार होने से पहले सभी यात्रियों की थर्मल क्रीनिंग की जा रही है। बसों को सेनेटाईज किया गया है। बिना मास्क वालों को यात्रा की इजाजत नही दी गई है। साथ ही बस सटेण्ड पर यात्रियों क लिए हाथ धोने के लिए पानी ,साबून व सेनेटाईजर की भी व्यवस्था की गई है।
बस में यात्रियों को सीट टू सीट जगह दी गई। बस स्टेण्ड पर सोशल डिस्टेंस के लिए पुलिस की मदद ली गई है। गोचर ने बताया कि अभी फिलहाल प्रदेश की सीमा में बसों का संचालन किया जा रहा है। जिसमें जयपुर, कोटा, उदयपुर, सवाईमाधोपुर, टोडारायसिंह , मालपुरा, अजमेंर आदि मार्ग पर 22 बसों के 14 शिड्यूल संचालित किए गए है। गोचर ने बताया की यात्री भार बढऩे पर आवश्यकतानुसार बसों में बढ़ोतरी की जाएगी।
पहले दिन खाली दौडी रोडवेज बसें
उनियारा. लॅाक डाउन खुलने के बाद गुरुवार को शुरू किये गए रोडवेज बसों के संचालन के तहत यहां टोंक सवाईमाधोपुर हाइवे एवं उनियारा गुलाबपुरा हाइवे पर जहां पहले दिन बसों की संख्या कम रही वहीं सवारियों के अभाव के चलते खाली दौड़ती नजर आई । लॉक डाउन लगने से पूर्व यहां से जयपुर, कोटा, बूंदी, अजमेर, टोंक, सवाईमाधोपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा सहित कई शहरों के लिए लगभग 85 रोडवेज बसों का संचालन किया जाता था ।
गुरुवार को रोडवेज प्रशासन ने बसों का संचालन तो शुरू कर दिया ऐसे में सुबह से शाम तक मात्र 11 बसें ही आई लेकिन असमंजसता के चलते उनमें सवारियों का अभाव रहा। बसों में 8 से 10 सवारियां ही बैठी नजर आई । रोडवेज सूत्रों के अनुसार गुरुवार को पहले दिन यात्रियों के अभाव के कारण बसों का संचालन कम किया गया है जैसे जैसे लोगों को पता चलेगा ओर यात्री निकलेंगे वैसे वैसे बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।