उल्लेखनीय है कि बीसलपुर जलापूर्ति परियोजना के तहत बीसलपुर बांध से जयपुर समेत अन्य क्षेत्रों में जलापूर्ति को लेकर स्थापित सूरजपुरा फिल्टर प्लांट व अन्य स्टेशनों पर बीते डेढ़ दशक से उपखण्ड के दर्जनों कार्मिक कार्यरत है,लेकिन बुधवार को कार्यरत सभी कार्मिको को सूरजपुरा फिल्ट प्लांट पर बिना सूचना के प्रवेश पर रोक लगा दी।
काम पर नहीं लेने से खफा सभी कार्मिकों ने बीसलपुर जलप्रदाय परियोजना कर्मचारी संघ के तहत कार्य का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कर्मचारी संघ तहसील अध्यक्ष खेमराज सैनी ने बताया कि कार्मिकों की मासिक वेतन का भुगतान समय पर करने, विभाग के तहत सेवा कार्य लिए जाने की लंबे समय से मांग है।
वहीं उच्च न्यायालय ने उक्त मांगों के बीच गत 22 अप्रेल को कार्यरत सभी 130 कार्मिको को बीसलपुर जयपुर जलापूर्ति परियोजना में कार्य पर रखने के आदेश दिए है। इसके बावजूद पीएचईडी के तहत वर्तमान संवेदक कंपनी ने कार्मिकों बुधवार को बिना नोटिस दिए काम पर जाने से मना कर दिया। इसको लेकर सभी कार्मिको में नाराजगी है। श्रमिक संघ ने कार्य का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन शुरू किया है।
सूरजपुरा फिल्टर प्लांट के प्रबंधन व जयपुर जलापूर्ति का जिम्मा जीसीकेसी कम्पनी को दिया है। राजस्थान न्यायालय ने सभी 130 कार्मिकों को स्थगन आदेश दिया था, लेकिन स्थगन आदेश खारिज कर दिया गया है। ऐसे में कम्पनी सभी 130 कार्मिकों को अब तक का वेतन दे रही है तथा 130 में से कम्पनी 95 कार्मिकों को ही कार्य पर रखने को तैयार है। शेष 35 कार्मिकों को कम्पनी रखने को तैयार नहीं है। इधर, कार्मिकों के आंदोलन से बीसलपुर जयपुर जलापूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं होगा। आपूर्ति यथावत रहेगी।
हरलाल सिंह, अधिशासी अभियंता बीसलपुर परियोजना।