दरअसल टप्पू सेना ने सभी गोकुलधाम सोसायटी वालो के सामने एक होली प्रतियोगिता रखी है कि होली के दिन सबसे अंत तक जिस इंसान पर रंग नहीं लगा होगा वह होली प्रतियोगिता का विजेता होगा। जिसके चक्कर में सभी लोग यहा वहा छिप जाते है कि टप्पू सेना उनको रंग ना लगाये। मगर टप्पू सेना सभी को ढूंढ कर रंग लगा ही देती है।
जब इस प्रतियोगिता से जेठा लाल और बबिता जी बाहर हो गए, तब जेठा लाल ने बबिता जी के साथ जमकर होली खेली और पुरे गोकुलधाम में उनके पीछे दौड़कर उनको रंग लगाया।
होली का त्योहार गोकुलधाम में जोरदार ढंग से मनाया गया। इसमें सभी किरदार होली के रंग में नजर आए। महिला मंडल ने भी रंगों के त्योहार का जमकर लुत्फ उठाया।