सौ से ज्यादा माइक्रो कंटेनमेंट जोन
कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करवाने के लिए समझाइश के साथ सख्ती भी बरती जा रही है। कोविड संक्रमण रोकने की दृष्टि से जिले में अब तक 106 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां किसी भी तरह की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है। जिले में 48 संयुक्त प्रवर्तन दल गठित किए गए हैं। शहरी क्षेत्र में 24 संयुक्त प्रवर्तन दल कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करवाने, निजी अस्पतालों के साथ समन्वय स्थापित करने में जुटे हैं, वहीं जिले के अन्य क्षेत्रों में प्रशासन की 24 टीमें दिन-रात कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में जुटी हैं। ब्लॉक स्तर पर एंटी कोविड टीम के 700 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी इस काम में जुटे हैं।
कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करवाने के लिए समझाइश के साथ सख्ती भी बरती जा रही है। कोविड संक्रमण रोकने की दृष्टि से जिले में अब तक 106 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां किसी भी तरह की आवाजाही को प्रतिबंधित किया गया है। जिले में 48 संयुक्त प्रवर्तन दल गठित किए गए हैं। शहरी क्षेत्र में 24 संयुक्त प्रवर्तन दल कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करवाने, निजी अस्पतालों के साथ समन्वय स्थापित करने में जुटे हैं, वहीं जिले के अन्य क्षेत्रों में प्रशासन की 24 टीमें दिन-रात कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में जुटी हैं। ब्लॉक स्तर पर एंटी कोविड टीम के 700 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी इस काम में जुटे हैं।
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16 लाख रुपए से ज्यादा के चालान बिना मास्क के सार्वजनिक स्थानों पर घूमते पाए गए 663 लोगों के चालान काटकर 3 लाख 31 हजार 500 रुपए वसूले गए। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखने पर 10, 418 चालान काटकर 10 लाख 41 हजार 800 रुपए वसूले गए। कोविड गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर बुधवार तक 156 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सीज कर 2 लाख 60 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया।
हर यात्री पर नजर
16 लाख रुपए से ज्यादा के चालान बिना मास्क के सार्वजनिक स्थानों पर घूमते पाए गए 663 लोगों के चालान काटकर 3 लाख 31 हजार 500 रुपए वसूले गए। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखने पर 10, 418 चालान काटकर 10 लाख 41 हजार 800 रुपए वसूले गए। कोविड गाइडलाइन की पालना नहीं करने पर बुधवार तक 156 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को सीज कर 2 लाख 60 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया।
हर यात्री पर नजर
जिले की सीमा पर 6 चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जो बाहर से आने वाले यात्रियों पर नजर रखे हुए हैं। राज्य सरकार के निर्देशानुसार रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, एयरपोर्ट पर भी यात्रियों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट देखकर ही उदयपुर में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। जो यात्री आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट नहीं ला रहे हैं, उनका मौके पर ही सेम्पल लेकर कोविड टेस्ट करवाया जा रहा है। जब तक टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक यात्री को क्वारेेंटाइन किया जा रहा है।
वहीं, जिला कलक्टर देवड़ा ने समस्त धार्मिक स्थलों को 10 दिनों के लिए बंद किया। शहर में गुलाबबाग को डी.कंजेशन जोन घोषित किया है। संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए आमजन के लिए गुलाबबाग में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।
वहीं, जिला कलक्टर देवड़ा ने समस्त धार्मिक स्थलों को 10 दिनों के लिए बंद किया। शहर में गुलाबबाग को डी.कंजेशन जोन घोषित किया है। संक्रमण फैलने की आशंका को देखते हुए आमजन के लिए गुलाबबाग में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।