वारदात को अंजाम देने सोहनसिंह, किशनसिंह, हजारी भील सूरत से निकले थे और उदयपुर में घुसने से पहले तीनों ने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए ताकि पकड़ में आने से बच सकें। चोरी के बाद ये तीनों पुन: सूरत रवाना हो गए। पुलिस ने सीसीटीवी और मुख्य आरोपी सोहनसिंह की पहचान होने के बाद कॉल डिटेल खंगाली तो वह पकड़ा गया।
वारदात के खुलासे में थानाधिकारी लक्ष्मणराम विश्नोई, एएसआई घनश्यामलाल चौबीसा, हैड कांस्टेबल चंद्रभानसिंह, कांस्टेबल राजपाल, प्रदीपङ्क्षसह, साइबर सेल के हैड कांस्टेबल गजराजसिंह, लोकेश रायकवाल, स्पेशल टीम के सदस्य योगेश और प्रहलाद शामिल थे। एसपी कैलाश विश्नोई ने कहा कि वारदात के खुलासे में अहम रोल अदा करने वाले सदस्यों सम्मानित किया जाएगा।