कोर्ट जाने वाले आज भी काट रहे चक्कर 2017 व 2018 की 6डी काउंसलिंग में हुए पदस्थापन से असंतुष्ट होकर कुछ शिक्षक न्यायालय गए जिनके प्रकरण विचाराधीन थे। इनके प्रकरण निपटाने के आदेश थे। इसके बाद वर्ष 2019 की काउंसलिंग करनी थी ताकि कोई विवाद नहीं हो। आरोप है कि परिवेदनाएं सुनने के चलते 12 शिक्षकों को ही सुना गया। अन्य चहेते शिक्षकों को परिवेदना में शामिल कर मनचाही जगह दे दी। एक ही केस में शामिल शिक्षकों में से एक को बुलाया जबकि दूसरे को सुना तक नहीं गया।
दोबारा देगी कमेटी रिपोर्ट संयुक्त निदेशक की ओर से इस मामले में सीडीईओ मधुसूदन शर्मा, युगलबिहारी दाधीच और बंशीलाल रोत को कमेटी में शामिल कर जांच करने को कहा। इस कमेटी ने दो दिन पूर्व फौरी तौर पर जांच कर रिपोर्ट दे दी।
इनका कहना… 6डी संबंधित जांच रिपोर्ट मिली लेकिन उसमें कमी है। आरोपों का बिन्दुवार कारण सहित 7 दिन में कमेटी को रिपोर्ट देने के लिए पाबंद किया है ताकि यह रिपोर्ट निदेशक कार्यालय भेजी जा सके।