करीब एक वर्षीय मोहम्मद फैसल को रात भर उल्टी-दस्त होने पर उसके पिता यूसुफ शाह गत बुधवार सुबह करीब पांच बजे बाल चिकित्सालय में उपचार करवाने के लिए पहुंचे थे। उन्हें वहां कुछ दिनों पहले ही बनाए गए स्वाइन फ्लू वार्ड में भेज दिया गया। वे उसे लेकर वहां पहुंचे। टीका लगाने के दौरान कुछ परेशानी होने पर उन्होंने नर्स के सामने अपनी बात रखी तो नर्स ने उन्हें यह कहकर चुप करवा दिया कि यहां मत बोलो यह स्वाइन फ्लू वार्ड है। इस पर उन्होंने संक्रमण होने की बात कही। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू वार्ड में दूसरों को बीमारी हो सकती है, ऐसे में यहां क्यों रखा जा रहा है। बच्चे को बाहर ले जाकर भी तो टीका लगाया जा सकता है, इस पर उन्हें केवल समझाकर वहां से भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि जिस वार्ड में स्वाइन फ्लू के मरीज भर्ती हों, वहां आप किसी सामान्य मरीज को कैसे उपचार के लिए कैसे बाध्य कर सकते हो।
——- स्वाइन फ्लू लील गया 19वां मरीज – एक के बाद एक मामले आ रहे सामने – पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढक़र हुई 246
उदयपुर. स्वाइन फ्लू का कहर जारी है। तेज बढऩे के साथ ही उसका असर फिर तेज हो गया है। शनिवार को स्वाइन फ्लू से भीलवाड़ा निवासी 70 वर्षीय घीसू की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि धूम्रपान से मरीज काफी बीमार चल रहा था, जो महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में 31 जनवरी से भर्ती था। इस मौत के साथ ही स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या बढक़र 19 हो गई है। 17 संदिग्ध मरीजों के नमूनों की जांच में छह पॉजिटिव पाए गए। अब तक कुल 740 मरीजों के नमूनों की जांच में 245 मरीज पॉजिटिव पाए गए। वर्तमान में भूपाल हॉस्पिटल में कुल 21 मरीज भर्ती हैं जिनमें से 7 आईसीयू में हैं।
सर्दी-जुकाम मरीज- 5551 —-
क्लीनिकल कैटेगरी ए- 5308
बी- 175 सी- 2
गर्भवती महिलाएं- 5 हाई रिस्क ग्रुप- 61
—– संदिग्ध मरीज
गर्भवती महिलाएं- 0 हाई रिस्क ग्रुप- 9
ऐसे मरीज जिन्हें दवाई दी गई – 223