READ MORE: video : राजस्थान के इस नेशनल हाइवे के किनारे मिला कटा हाथ, फैली सनसनी, अनसुलझी है पहेेेेली.. इसके पूरे 22 कोच उदयपुर से ही रवाना होते थे। यह गाड़ी चित्तौड़ के बाद रतलाम होते हुए बांद्रा पहुंचती थी। इसे बुधवार से आधा कर दिया गया है। अब इसके 11 कोच ही उदयपुर से रवाना होंगे। बाकी के कोच अजमेर से आकर चित्तौड़ में जुड़ेंगे। इससे भीलवाड़ा, नसीराबाद, ब्यावर, अजमेर के यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
बेखबर सांसद मीणा बोले- रेल मंत्री से मिलूंगा : राजस्थान पत्रिका ने इस मामले में उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा से बात की। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि ट्रेन को आधा किया गया है। मीणा ने कहा, ऐसा हैं तो कल ही रेल मंत्री, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और अन्य अधिकारियों से बात कर समाधान करवाएंगे।
READ MORE: कूलर फैक्ट्र्री में आग : दमकलाेें ने लगाए 60 फेरे फिर भी राख के नीचे दबे अंगारे देर तक उगलते रहे धुआं नहीं चेते हमारे जनप्रतिनिधि ट्रेन संख्या 22901 को आधा करने की घोषणा रेलवे ने करीब दो माह पूर्व ही कर दी थी। इसके बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधि नहीं चेते। नतीजा यह कि उदयपुर से सप्ताह के छह दिन बांद्रा के लिए केवल आधी सीटे ही उपलब्ध हो पाएंगी। जानकारों के अनुसार बांद्रा से सीधे उदयपुर आने और जाने वाली ट्रेनों में यात्री भार अच्छा रहता है। इनमें लंबे समय पूर्व आरक्षण करवाना पड़ता है। इसके बावजूद रेलवे ने उदयपुर से जाने वाली ट्रेन को आधा कर उदयपुर की उपेक्षा की है।