READ MORE : पुलिस ने किया इंतजाम : कोई दादागिरी, गुंडागर्दी करे तो वीडियो बना इस नम्बर पर भेजें… अकादमी बदल गई छात्रावास में
खेलगांव में जनजाति बच्चों के लिए खेल अकादमी शुरू की गई, लेकिन यह केवल जनजाति छात्रावास में सिमट गई। यहां सवा सौ बच्चे हैं। इसके अलावा राजस्थान स्टेट स्पोट्र्स की ओर से तीरंदाजी अकादमी संचालित है, इसमें भी करीब 15 बच्चे हैं। ऐसे में खेलों के प्रति रुचि रखने वाले दूसरे बच्चे और युवा प्रतिभा नहीं निखार पाते ह
खेलगांव में जनजाति बच्चों के लिए खेल अकादमी शुरू की गई, लेकिन यह केवल जनजाति छात्रावास में सिमट गई। यहां सवा सौ बच्चे हैं। इसके अलावा राजस्थान स्टेट स्पोट्र्स की ओर से तीरंदाजी अकादमी संचालित है, इसमें भी करीब 15 बच्चे हैं। ऐसे में खेलों के प्रति रुचि रखने वाले दूसरे बच्चे और युवा प्रतिभा नहीं निखार पाते ह
ये भी वादे
संकल्प पत्र में खेलों के अलावा गोगुंदा से झाड़ोल होते हुए ऋषभदेव होकर टोकर देव सोमनाथ से सागवाड़ा गलियाकोट मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में विकसित करने, जाखम बांध क्षेत्र में विशेष ईको टूरिज्म तथा औषधीय पार्क स्थापित करने, जनजाति क्षेत्र के परीक्षार्थियों के लिए भारतीय या राज्य सिविल सेवा तैयारी के लिए विशेष कोचिंग केन्द्र के सहयोग से प्रशिक्षण दिलाने जैसे वादे किए गए है। हालांकि सोमनाथ से सागवाड़ा गलियाकोट मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में विकसित होता है तो उदयपुर आकर फिर सागवाड़ा जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
संकल्प पत्र में खेलों के अलावा गोगुंदा से झाड़ोल होते हुए ऋषभदेव होकर टोकर देव सोमनाथ से सागवाड़ा गलियाकोट मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में विकसित करने, जाखम बांध क्षेत्र में विशेष ईको टूरिज्म तथा औषधीय पार्क स्थापित करने, जनजाति क्षेत्र के परीक्षार्थियों के लिए भारतीय या राज्य सिविल सेवा तैयारी के लिए विशेष कोचिंग केन्द्र के सहयोग से प्रशिक्षण दिलाने जैसे वादे किए गए है। हालांकि सोमनाथ से सागवाड़ा गलियाकोट मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में विकसित होता है तो उदयपुर आकर फिर सागवाड़ा जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।