बीते करीब एक सप्ताह से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का ओपीडी लगभग दो गुना हो गया है। यानी रोजमर्रा में जहां प्रतिदिन 3 सौ मरीज आते थे। वहीं अब ओपीडी 6-7 सौ हो रहा है। डॉ. राहुल गोरख व डॉ. अशोक बावलिया यहां प्रतिदिन ओपीडी देख रहे थे। बता दें कि अब से पहले तक राजकीय संस्थानों में मरीज के नाम पर स्टाफ अक्सर उबासियां लिया करता था, लेकिन नीम-हकीमों की बंद हुई दुकान के बाद चिकित्सा संस्थानों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों के दौरान से क्षेत्र में झोलाछाप चिकित्सकों पर प्रशासनिक सख्ती बनी हुई है। chc मूल रूप से चिकित्सक एवं वर्तमान में प्रशिक्षु आइएएस टी शुभमंगला की सीधी कार्रवाई से भयभीत फर्जी डॉक्टर जमींदोज हो गए हैं।