– सुबह 10 बजे से तय प्रशिक्षण में खामियों के चलते टेंट हाउस की ओर से 10.30 बजे गद्दे पहुंचाए गए। इसके बाद इन्हें मूल उपयोग की स्थिति में लाने के लिए 11.30 बज गई।
– प्रशिक्षण के कायदों के तहत सुबह प्रार्थना होनी चाहिए। इसके बाद चाय पीने को दी जाती है, लेकिन बुधवार को यहां नियमानुसार प्रार्थना ही नहीं हुई। वहीं प्रशिक्षण 12 बजे से शुरू हुआ।
– भोजन के नाम पर व्रतधारी आशाओं को कम निर्माण लागत में सेगारी परोसी गई।
– प्रशिक्षण में आशाओं को प्रतिदिन चार्ट लेखन की जिम्मेदारी दी जाती है, लेकिन प्रशिक्षण के दूसरे दिन भी ये कायदे धरे रह गए।
– सीएमएचओ की विजिट के बाद 4 प्रशिक्षक गायब हो गए।
– प्रशिक्षकों की प्रशिक्षण योग्यता को लेकर कोई निणर्य नहीं हो सका।
– मामले को लेकर जयपुर से भी पूछताछ का दौर यथावत रहा।नहीं मिली कोई कमी
मैंने प्रशिक्षण स्थल का दौरा किया है। खाली वार्ड को विभागीय प्रशिक्षण के लिए उपयोग लिया गया है। गद्दे टेंट से मंगाए गए। अस्थायी रसोई भूतल में शिफ्ट कराई है। मुझे मौके पर कोई कमी नहीं लगी।
डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ, चिकित्सा विभाग