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उदयपुर

यहां पर बनती है बिना मौका देखे जांच रिपोर्ट, यकीन नहीं हो तो यह खबर पढ़ लीजिए….

– कलक्टर ने एसडीएम को सौंपी जांच तो एसडीएम ने बीडीओ तक सरकाई फाइल

उदयपुरFeb 27, 2019 / 01:01 pm

Sikander Veer Pareek

उदयपुर. कलक्टर के निर्देश के बाद बंद कमरों में बैठकर जांच रिपोर्ट तैयार करना….यह कहकर पल्ला झाडऩा कि यहां ऐसा कुछ नहीं है….संबंधित के बयान ले लिए गए हैं…उसे सरकारी योजनाओं का लाभ मिल गया है। झाड़ोल उपखंड के कई अधिकारियों से सीखा जा सकता है। उपखंड की ओड़ा ग्राम पंचायत क्षेत्र के सहीवाड़ा व अन्य गांवों में कई लोगों को आवास योजना व शौचालय निर्माण योजना की राशि नहीं मिलने और कुछ लोगों की ओर से यह राशि डकारने को लेकर राजस्थान पत्रिका ने खुलासा किया तो जिला कलक्टर ने जांच के निर्देश दिए लेकिन अब जिम्मेदार अधिकारी मौका देखने की बजाय कागजों में ही जांच रिपोर्ट तैयार करने में लगे हैं। बीडीओ रेखा गौड़ ने स्वीकार किया कि मौका अभी तक नहीं देखा जबकि उपखंड अधिकारी जितेन्द्र कुमार भी बीडीओ की रिपोर्ट के इंतजार में है। अब सवाल यह कि जब कोई मौके पर गया ही नहीं तो जांच रिपोर्ट कैसे बन रही है?
बीडीओ ने कहा- मौका तो नहीं देखा जांच रिपोर्ट में क्या आया?
गौड़- रिपोर्ट बन रही है, जल्द ही एसडीएम को सबमिट करेंगे। एक मामले में आवास की तीनों किश्तों दे दी गई है। एक मामले में एक किश्त मिलने की जानकारी मिली है। उसने घर नहीं बनाया, ऐसे में दी गई राशि भी वापस ले लेंगे।
आप क्या मौका देखने गए
गौड़- अभी तक मौका तो नहीं देखा है।
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एसडीएम बोले- रिपोर्ट ही नहीं मिली
झाड़ोल के कई गांवों में लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलने और कुछ लोगों की ओर से राशि डकारने का मामला सामने आया है।
एसडीएम- इस संबंध में बीडीओ से रिपोर्ट मांगी गई है। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

यह है मामला
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका के २१ फरवरी के अंक में ‘भ्रष्टाचारी डकार गए गरीब आदिवासियों का हक’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर उजागर किया था कि ओड़ा पंचायत के क्षेत्रों में आवास योजना से लेकर शौचालयों के पैसे भी लोगों तक नहीं पहुंचे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे हुए हैं जबकि कुछ सरकारी कार्मिक व अधिकारी इनका पैसा डकारने से बाज नहीं आ रहे।
यदि कहीं कोई गड़बडि़यां है तो अधिकारियों से बात कर तत्काल इसे दिखवाएंगे। जो गलती हुई है उसे ठीक करवाएंगे, साथ ही सरकारी राशि जिसके लिए जारी हुई है उस तक पहुंचनी ही चाहिए। — बाबूलाल खराड़ी, विधायक, झाड़ोल
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