…विजयादशमी से एक दिन पूर्व ही हो जाता मेघनाद का दहन, समय रहते बचाया मेघनाद को 71 वर्ष की लीज अवधि पर दी जमीन गांधी स्मृति मंदिर ने यह जमीन जेकोबाबाद सिंधी पंचायत को 71 वर्ष की लीज अवधि पर बेची। इसके लिए संस्था ने 26 अपे्रल 1990 को विक्रय विलेख तैयार किया। बाद में संस्था ने 4 दिसम्बर 2010 को जेकोबाबाद सिंधी पंचायत समिति के पक्ष में इस जमीन को लेकर एक अपंजीकृत अनुज्ञा-पत्र भी तैयार करवा दिया।
मौजूदा माहौल में त्योहारी सीजन के चलते भीड़भरे बाजारों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए? हमें बताएं… जमीन नहीं दे सकते बिना सरकारी मंजूरी के सरकार या संबंधित एजेंसी से बिना लिखित मंजूरी के इस तरह से किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए बेहद रियायती दर पर मिली जमीन को आगे नहीं बेचा जा सकता है। इसके लिए सक्षम स्तर पर फाइल चलती है और सरकार निर्णय करती है लेकिन उपरोक्त मामले में वर्षों तक किसी को कोई भनक नहीं लगने दी गई।
गांधी स्मृति मंदिर का मामला यूआईटी के ध्यान में है। यह जमीन बेची नहीं जा सकती है, लेकिन एेसा हुआ है। यूआईटी इस बारे में ठोस कार्रवाई कर रही है। -रामनिवास मेहता, सचिव, यूआईटी, उदयपुर