कांग्रेस उभरी पर नेता प्रतिपक्ष पर पिछड़ी
इस बार के चुनाव में निगम में 70 में से भाजपा को 44 व कांग्रेस को 20 सीटे मिली जबकि 6 पर अन्य ने बाजी मारी थी। पिछले बोर्ड में कांग्रेस की स्थिति मात्र तीन पार्षदों की थी। तीन महीने पूरे हो गए लेकिन कांग्रेस अभी तक नेता प्रतिपक्ष का नाम तय नहीं कर सकी है। इस अवधि में भाजपा के बोर्ड ने तीन से ज्यादा बोर्ड बैठकें कर दी और समितियों का गठन कर अनुमोदन तक हो गया है।
जाने दो दावेदारों को
1. हितांशी शर्मा : वार्ड 62 से पार्षद बनी हितांशी शर्मा शहर कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल शर्मा की पुत्रवधु तो शहर कांग्रेस स्थानीय निकाय अध्यक्ष प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के.के. शर्मा की बेटी है। कांग्रेस में नया चेहरा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास के परिवार से होने का फायदा।
2. लोकेश गौड : वार्ड 29 से पार्षद बने लोकेश गौड़ कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता है। वे दूसरी बार पार्षद बने। पिछले बोर्ड में इनकी पत्नी अमिता गौड़ पार्षद थी। हिरणमगरी क्षेत्र भाजपा का गढ़ होने के बावजूद भी ये वार्ड से जीतकर निगम पहुंचे। कांग्रेस नेता रघुवीर सिंह मीणा के नजदीकी है।
सारे बड़े नेता बोले पीसीसी जाने
नेता प्रतिपक्ष को लेकर मै तो क्या कहूंगा। ये प्रदेश कांग्रेस कमेटी का काम है। आप पीसीसी में ही पूछ लीजिए।
– मा. भंवरलाल मेघवाल, प्रभारी मंत्री
—
यह सब संगठन के कार्य है। इसका निर्णय पीसीसी चीफ ही करेंगे, संगठन स्तर पर वे निर्णय करेंगे। न मैने कुछ बताया।
– रघुवीर सिंह मीणा, पूर्व सांसद
इस बार के चुनाव में निगम में 70 में से भाजपा को 44 व कांग्रेस को 20 सीटे मिली जबकि 6 पर अन्य ने बाजी मारी थी। पिछले बोर्ड में कांग्रेस की स्थिति मात्र तीन पार्षदों की थी। तीन महीने पूरे हो गए लेकिन कांग्रेस अभी तक नेता प्रतिपक्ष का नाम तय नहीं कर सकी है। इस अवधि में भाजपा के बोर्ड ने तीन से ज्यादा बोर्ड बैठकें कर दी और समितियों का गठन कर अनुमोदन तक हो गया है।
जाने दो दावेदारों को
1. हितांशी शर्मा : वार्ड 62 से पार्षद बनी हितांशी शर्मा शहर कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल शर्मा की पुत्रवधु तो शहर कांग्रेस स्थानीय निकाय अध्यक्ष प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के.के. शर्मा की बेटी है। कांग्रेस में नया चेहरा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास के परिवार से होने का फायदा।
2. लोकेश गौड : वार्ड 29 से पार्षद बने लोकेश गौड़ कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता है। वे दूसरी बार पार्षद बने। पिछले बोर्ड में इनकी पत्नी अमिता गौड़ पार्षद थी। हिरणमगरी क्षेत्र भाजपा का गढ़ होने के बावजूद भी ये वार्ड से जीतकर निगम पहुंचे। कांग्रेस नेता रघुवीर सिंह मीणा के नजदीकी है।
सारे बड़े नेता बोले पीसीसी जाने
नेता प्रतिपक्ष को लेकर मै तो क्या कहूंगा। ये प्रदेश कांग्रेस कमेटी का काम है। आप पीसीसी में ही पूछ लीजिए।
– मा. भंवरलाल मेघवाल, प्रभारी मंत्री
—
यह सब संगठन के कार्य है। इसका निर्णय पीसीसी चीफ ही करेंगे, संगठन स्तर पर वे निर्णय करेंगे। न मैने कुछ बताया।
– रघुवीर सिंह मीणा, पूर्व सांसद
यह तो पूरे राजस्थान का एक साथ ही किया जाएगा। अभी तो विधानसभा चल रही है। संगठन एक साथ निर्णय कर लेगा।
– डॉ. गिरिजा व्यास, पूर्व केन्द्रीय मंत्री
– डॉ. गिरिजा व्यास, पूर्व केन्द्रीय मंत्री