कोरोना पड़ा फीका पर मरीजों को सांसे नहीं दे पाया 'अपना ऑक्सीजन प्लान्ट
- आरएनटी में बनने है दो प्लान्ट - डेढ़ करोड रुपए से अधिक खर्च हो चुके है ऑक्सीजन पर

भुवनेश पंड्या
उदयपुर. कोरोना फीका पडऩे लगा है, लेकिन एमबी हॉस्पिटल में बनने वाले दोनो ऑक्सीजन प्लान्ट अब तक पूरे नहीं हो सके। दूसरी ओर पिछले आठ माह में कोरोना पीडि़त मरीजों को अब तक 1 लाख 33 हजार 674 सिलेंडर्स ऑक्सीजन चढ़ाई गई है। जिसकी कीमत 1 करोड़ 67 लाख 9 हजार 250 रुपए खर्च किए गए है। हालांकि इसके कॉलेज व हॉस्पिटल प्रशासन का तर्क है कि ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट के लिए विदेशों से उपकरण आने में देरी होने के कारण इसकी शुरुआत में देरी हो रही है। वहीं एक अन्य लिक्विड ऑक्सीजन प्लान्ट एनएचएम के माध्यम से तैयार हो रहा है।
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माहवार उपयोग हुए सिलेंडर्स
माह- नोन कोविड मरीजों को चढ़ाए सिलेंडर्स- कोविड मरीजों को चढ़ाए सिलेंडर्स
जून -6691-435
जुलाई- 8681-1578
अगस्त - 9644-5265
सितम्बर - 11037- 16197
अक्टूबर - 11246- 11283
नवम्बर - 9778- 8247
दिसम्बर - 9844- 10355
23 जनवरी तक - 7032- 6361
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महत्वपूर्ण बिन्दु...
- मरीजों की ऑक्सीजन के लिए दूसरों पर निर्भर रहने वाला एमबी हॉस्पिटल खुद आक्सीजन तैयार कर मरीजों को सुविधा देगा इसके लिए ये शुरुआत की जा रही है।
- एमबी में 75 लाख की लागत से तैयार हो रहा जनरेशन प्लान्ट खुद आक्सीजन बनाएगा।
- एक करोड़ की राशि खर्च कर यहां लिक्विड ओटू प्लान्ट राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन बना रहा है।
- ऑक्सीजन की कभी कमी ना हो इसे लेकर सरकार ने हिरणमगरी सेटेलाइट हॉस्पिटल में भी करीब 50 लाख से अधिक की राशि का एक अन्य प्लान्ट लगाने का मन बनाया है। इसके लिए प्रस्ताव मांगे गए है।
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पांच मेनीफ ोल्ड है फि लहाल- ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए वर्तमान में एमबी हॉस्पिटल में पांच मेनीफ ोल्ड लगे हुए हैं। इसमें कॉर्डियोलॉजी, एसएसबी, स्वाइन फ्लू, जनाना के पीछे व एमबी का रिहेबिटेशन सेंटर के पीछे ये बने हुए है। जहां बाहर से गैस भरकर लाकर रखी जाती है, ताकि ओटू लाइन से जरूरत पर मरीजों के उपचार के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सके।
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125 रुपए प्रति सिलेंडर ...
- पिछले आठ माह में 1 लाख 33 हजार 674 सिलेंडर्स मरीजों को चढ़ाए गए है। प्रत्येक सिलेंडर्स पर करीब 125 रुपए खर्च किए गए है।
- दिल्ली की मैसर्स उत्तम कंपनी जनरेशन प्लान्ट तैयार करेगी।
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कुछ मशीने जर्मनी से मंंगवाने के कारण ये देरी हुई है, जल्द ही इसे तैयार किया जा रहा है। जैसे ही ये जनरेशन प्लान्ट तैयार हो जाएगा तो ऑक्सीजन की कमी नहीं रहेगी।
डॉ लाखन पोसवाल, प्राचार्य आरएनटी मेडिकल कॉलेज
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हमारा प्रयास है कि दोनों प्लान्ट जल्द से जल्द शुरू हो जाए ताकि समस्या दूर हो जाए, एक प्लान्ट
हमारा प्रयास है कि दोनों प्लान्ट जल्द से जल्द शुरू हो जाए ताकि समस्या दूर हो जाए, एक प्लान्ट नेशनल हैल्थ मिशन से तैयार होगा जबकि दूसरा प्लान्ट दिल्ली की कंपनी तैयार कर रही है।
डॉ आरएल सुमन, अधीक्षक एमबी हॉस्पिटल
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