संबंधित बैंक और अन्य एजेंसी से संपर्क कर राशि रिफंड करवाई। इसमें जरा सी देर होने पर ठग राशि को अन्य खातों में पहुंचा देता, जिससे रिकवर होना संभव नहीं रहता। उल्लेखनीय है कि बांसवाड़ा के पशु चिकित्सक पंकज पांडे की पत्नी के मोबाइल पर तीन दिन पहले आए मैसेज में बिजली बिल बकाया होना बताया। मैसेज में दिए नम्बर पर संपर्क किया तो एक के बाद एक 5 ट्रांजेक्शन से बैंक अकाउंट से रुपए निकल गए। ट्रांजेक्शन के मैसेज देखने पर पता चला कि ठगों ने 9 लाख रुपए निकाल लिए।
इन बातों का रखे ध्यान
– सोशल साइट्स के अकाउंट का पासवर्ड समय-समय पर बदलें।
– अपने अकाउंट पर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल कर ले।
– अनजान नम्बर पर भरोसा ना करें, जब आपसे जानकारी पूछ रहा हो।
– प्राइवेसी सेटिंग चेंज करें, अपनी पोस्ट को ओनली फॉर फ्रेंड कर दें।
– रजिस्टर मोबाइल नंबर और इ-मेल आइडी को ओनली फॉर मी करें।
– फ्रेंड लिस्ट को ओनली फॉर मी कर दें। एकाउंट का पासवर्ड बदलते रहें।
– मोबाइल नम्बर और मेल आइडी एकाउंट से कनेक्ट रखें।
– वीडियो कॉल से ब्लैक मेलिंग भी हो रही है, अपनी आइडी डीएक्टिवेट करें।
– जिस नंबर से ब्लैकमेल किया जा रहा है, उसे ब्लॉक करें।
– ब्लैकमेलिंग के डर से रुपए नहीं भेजें, बल्कि पुलिस से संपर्क करें।
यह जानना भी जरुरी
– कम्पनियों की अधिकृत वेबसाइट में उपलब्ध कस्टमर केयर नम्बर पर ही कॉल करें, ओटीपी या कोड शेयर नहीं करें।
– ट्विटर पर अगर किसी कम्पनी का वेरिफाइड अकाउंट यानी नाम के साथ राइट टिक मार्क है तभी भरोसा करें।
– फोन पर कोई व्यक्ति कार्ड ब्लॉक होने या वेरिफिकेशन के नाम पर मैसेज भेजे तो अलर्ट रहें।
– ओएलएक्स पर सामान खरीदने-बेचने के नाम पर यूपीआई से रिक्वेस्ट मनी करते हैं, इस पर भरोसा ना करें।
हेल्पलाइन पर दर्ज करें शिकायत
ऑनलाइन ठगी को लेकर पुलिस ने हेल्पलाइन नम्बर 1930 जारी करके कॉल सेंटर स्थापित कर रखा है, जो हर समय एक्टिव रहता है। साइबर फाइनेंशियल फ्रॉड होने पर हेल्पलाइन पर कॉल करके साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं। ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़ी शिकायत वेबसाइट cybercrime.gov.in पर भी कर सकते हैं, जहां सभी बैंक, आरबीआई, ऑनलाइन पेमेंट वॉलेट शामिल होते हैं।