चढ़ोतरे की आशंका के चलते थाना इंचार्ज ने पूर्व में ही पीपलीखेड़ा में जवानों को तैनात कर दिया था। साथ ही सडक़ मार्ग पर भी निगरानी के लिए जवानों को तैनात किया था परंतु पीपलीखेड़ा से मृतका पूनीबाई (18) पत्नी सुरेश कुमार गमेती के पीहर की दूरी अधिक नहीं होने से अधिकतर लोग पैदल पगडंड़ी रास्ते से पीपलीखेड़ा पहुंच गए। घटना स्थल पर जवानों की संख्या कम होने से पुलिस बेबस तमाशा देखती रही।
READ MORE: उदयपुर में नो-एंट्री में रोकने पर इस युवक ने सिपाही पर ही कर दिया हमला, फिर गुस्साई जनता ने युवक के साथ किया ऐसा चढ़ोतरा कर रहे लोगों ने पीएम आवास व शौचालयों को तोडऩे के साथ ही कई केलूपोश मकानों की छतों को तोड़ दिया। मकानों में रखा अनाज बिखेर दिया। चढ़ोतरे की आशंका के चलते ससुराल पक्ष के लोग पहले ही सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए थे। ससुराल पक्ष का आरोप है कि चढ़ोतरे की पूर्व में ही मौखिक सूचना देने के बावजूद बेकरिया थाना पुलिस ने लापरवाही बरती, जिसका खमियाजा उन लोगों को उठाना पड़ा।
इधर, पुलिस का कहना है किसी प्रकार की पूर्व सूचना नहीं मिली थी। क्षेत्र के मालवा का चौरा में दुर्घटना होने के कारण कुछ पुलिसकर्मी वहां चले गए थे। मंगलवार शाम बेकरिया सीएचसी पर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
सुबह दोनों पक्षों के बीच समझौता वार्ता के बाद पीहर पक्ष 25 हजार रुपए जाल राशि पर शव के पोस्टमार्टम के लिए सहमत हो गया, जबकि मौताणा राशि को लेकर देर शाम तक सहमति नहीं बन पाई। पीहर पक्ष की ओर से 5 लाख रुपए मौताणे की मांग की गई थी।