उदयपुर आगार के मुख्य प्रबंधक महेश उपाध्याय ने बताया कि वे सुबह करीब आठ बजे बस स्टैंड का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि पार्र्किंग में बस से डीजल चुराया जा रहा है। इस पर वे सुपरवाईजर अनिश मोहम्मद और जरदार खां के साथ पार्र्किंग स्थल पर पहुंचे।
READ MORE : डिस्पेंसरी है या कबाड़खाना…यही कहेंगे जब देखेंगे उदयपुर की इस डिस्पेंसरी के हाल, video वहां आबूरोड डिपो की अनुबंधित बस से डीजल चोरी की आशंका हुई। इस पर बस की जांच की गई तो उसमें एक केन में भरा 12 लीटर डीजल मिला। इसके साथ ही अन्य खाली केन भी मौके से मिली। इस पर सूरजपोल थाने में मामला दर्ज करवाया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य प्रबंधक उपाध्याय द्वारा पूछताछ में आरोपी ने डीजल चोरी करना कबूल किया।
यात्रियों की जान जोखिम में रोडवेज की बसों और अनुबंधित बसों में किलोमीटर के अनुपात में डीजल भरा जाता है। एेसे में अधिकांश डीजल चोरी करने की गुंजाइश खत्म हो जाती है, लेकिन चालक घाट सेक्शन में वाहन को न्यूटल पर चलाकर डीजल बचाते हैं। इससे दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है। लेकिन कई चालक यात्रियों की जान जोखिम में डालकर डीजल बचाकर उसे बेचते हैं।
READ MORE : जम्मू कश्मीर के फर्जी लाइसेंस केस में फरार चल रहा आरोपी अब हुआ गिरफ्तार, एटीएस के समक्ष किया आत्मसमर्पण पहले भी मिले लापरवाही के मामले राजस्थान राज्य पथ परिवाहन निगम उदयपुर आगार से संबंधित कुछ मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जिनमें कर्मचारियों ने निगम संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। इस दरमियान आगार प्रबंधन ने कर्मचारियों की कारस्तानी पकड़ उन्हें दंडित किया।