——– फिलहाल ओपीडी में 6 और आईपीडी में विभिन्न शिफ्ट में चार से पांच चिकित्सक कार्य कर रहे हैं, जबकि कुछ चिकित्सक ऐसे भी है जो लगातार बगैर अवकाश के कार्य कर रहे हैं, जल्द ही उन्हें अवकाश दिया जाना है। ऐसे में यहां अन्य स्टाफ को लगाकर कार्यरत स्टाफ को भी समय-समय पर क्वारंटाइन किया जाएगा।
—– ये है बड़ा कारण – पहले तो केवल उदयपुर के ही पॉजिटिव मरीज यहां भर्ती थे तो यही हाल संदिग्ध मरीजों का भी था। केवल गिने चुने मरीज थे यहां, लेकिन अब पूरे मेवाड अंचल के सभी जिलों के मरीज यहां आ रहे हैं, चाहे वह संदिग्ध हो या पॉजिटिव।
– वर्तमान में कोरोना ओपीडी में औसतन 150 मरीज रोजाना स्क्रीनिंग के लिए पहुंच रहे हैं, तो मंगलवार तक कुल 15 कोरोना पॉजिटिव मरीज यहां भर्ती हो चुके हैं। इसमें से चार उदयपुर, पांच डूंगरपुर और छह बांसवाड़ा के मरीज शामिल हैं।
– संदिग्धों की आइपीडी में भी रोजाना औसतन 10 मरीज भर्ती हो रहे है तो पांच डिस्चार्ज भी हो रहे हैं। सोमवार तक यहां 38 मरीज भर्ती थे। यदि लगातार इस वार्ड में मरीज बढ़ते रहे और संख्या काफी अधिक हो गई तो जरूरत को देखते हुए उन्हें पुराने यानी मूल एमबी चिकित्सालय के हिस्से के ऊपरी कक्षों में भी शिफ्ट किया जा सकता है, हालांकि अधिकारी फिलहाल इसकी जरूरत कम बता रहे हैं। कलक्टर के निरीक्षण के दौरान इसकी जानकारी अधिकारियों ने दी थी तो कलक्टर ने स्वयं इसकी व्यवस्थाएं भी देख ली थी।