जिला अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी, शहरी डिस्पेंसरी सहित अन्य राजकीय चिकित्सा संस्थानों में सुबह 9 से 11 बजे तक जारी रही हड़ताल के बीच मरीजों को जल्दी पहुंचकर भी चिकित्सकों के सीट पर लौटने का इंतजार करना पड़ा। कड़ी में बुजुर्ग, गर्भवती एवं बच्चों को खासा परेशान होना पड़ा। कृषि उपज मंडी एवं सराड़ा सीएचसी में मरीजों की हालत खराब ही बनी रही।
सरकार की ओर से समझौतों को लेकर दिशा-निर्देश नहीं मिलने से प्रदेश के सभी जिलों में चिकित्सकों का नवम्बर का वेतन नहीं बन पाया है। हड़ताल को छुट्टी में मर्ज नहीं करने के आदेश के अभाव में उदयपुर के सभी चिकित्सक एवं चिकित्सा विभाग के अधीन सेवारत नर्सेज स्टाफ का वेतन भी नहीं बन पाया है। इधर, हड़ताल पर रही एसीएमएचओ डॉ. अग्रवाल ने पदाधिकारियों का साथ छोड़ते हुए डीएचएस में उपस्थिति दर्ज करवाई, जबकि आरसीएचओ डॉ. अशोक आदित्य अवकाश पर होने के कारण शामिल नहीं हुए।