एक-दूसरे को कॉल किए, तो कारणों का पता लगा। शाम तक शहरवासियों की जुबान पर एक ही सवाल था कि इंटरनेट सेवा कब बहाल होगी। सूत्रों के अनुसार जिला मजिस्ट्रेट (जिला कलक्टर) के आदेश पर सभी मोबाइल कंपनियों ने नेट सर्विस बंद कीं। यह भी नहीं बताया कि कब बहाल की जाएंगी।
रोडवेज की ऑनलाइन टिकट बुकिंग ठप, बेकाम हुईं पीओएस उदयपुर डिपो के मैनेजर (वित्त) सी.पी. कचोरिया ने बताया कि बस स्टैंड पर एक भी टिकट ऑनलाइन बुक नहीं हुआ। सभी तरह टिकट खिड़की या कंडक्टर के जरिए ही बने।केन्द्र संचालकों ने रोज की तरह केन्द्र खोले, लेकिन दोपहर तक इंटरनेट बंद रहे। ग्राहकों को लौटाते-लौटाते आजिज आए तो कई संचालक केन्द्र ही बंद कर चले गए।फार्म भरने के ऑनलाइन कामकाज न घर पर हो पाए, न ई मित्र केन्द्रों पर। शिक्षा का अधिकार के तहत जरूरी आवेदन भरने के काम भी बुरी तरह प्रभावित हुए।
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बिजली, टेलीफोन, मोबाइल सहित कई सेवाओं के बिल जमा करवाने की आखिरी तारीख थी। आमजन ई मित्र पर पहुंचे, लेकिन मायूस लौटना पड़ा। अब पेनल्टी का डर।विदेशी पर्यटक अपने ऑनलाइन कामकाज अमूमन साइबर कैफे पर करते हैं। शहर के ये कैफे दिनभर सूने रहे। इन में एक भी पर्यटक नहीं देखा गया। जो पहुंचे, वे निराश लौटे।रेल टेल और बीएसएनएल की विशेष लाइन होने से ऑनलाइन बुकिंग में परेशानी नहीं हुई। यहां कार्य रोज की तरह हुआ, लेकिन घर या कैफे से ऑनलाइन टिकट बुकिंग नहीं हो पाई।
और व्यापारी : टीवी पर लेना पड़ा कीमतों का अपडेट शेयर बाजार के रोजाना होने वाले टर्नओवर में काफी फर्क पड़ा। यहां रोज 20 से 25 करोड़ का टर्नओवर होता है। मोबाइल पर इंटरनेट नहीं मिलने से व्यापारी और शेयर होल्डर्स को दिक्कत आई। ब्रोकर प्रवीण मेहता ने बताया कि कुछ आफिस बंद रहे। जो ऑफिस सेटेलाइट सेवा से जुडे हैं, वहां कारोबार चला लेकिन जो फ्लोर मोबाइल नेट के जरिए चलते हैं, वहां परेशानी आई। दूसरी ओर, सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष इन्द्रसिंह मेहता ने बताया कि शादियों का सीजन होने से खरीदारों की भीड़ रही, लेकिन भुगतान को लेकर परेशानी हुई।
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नाराजगी : सूचना तो देते, मोबाइल सेटिंग ही बदलते रहे इंटरनेट सेवा बंद किए जाने से बेखर शहरवासियों में नाराजगी भी दिखी। सुबह उठते ही लोगों ने मोबाइल थामा तो इन्टरनेट नहीं चल रहा था। परेशाीन इसलिए बढ़ गई क्योंकि सिग्नल पूरा था। यूजर्स ने मोबाइल की सेटिंग दिली, नेटवर्क सर्च किया, मोबाइल स्विच ऑफ-ऑन किया, फिर भी इन्टरनेट नहीं चला। सुबह 10 बजे बाद चेतक स्थित बीएसएनएल शॉपी, हिरणमगरी केन्द्र और प्राइवेट ऑपरेटर्स के केन्द्रों पर लोग मोबाइल लेकर जा पहुंचे। तब पता चला कि इन्टरनेट प्रशासन ने बंद किया है। हालात को लेकर राजस्थान पत्रिका ने आमजन से बातचीत की। शहरवासियों का कहना था कि सोशल साइट्स पर विवादास्पद प्रतिक्रियाओं को रोकने और शांति-व्यवस्था के लिए नेट बंद करना गलत नहीं, लेकिन सूचना तो देनी चाहिए थी।