कोरोना महामारी के कारण इस बार लोगों ने गले लगकर नहीं, बल्कि दिलों से ही ईद की खुशियां बांटी। यह पहला मौका था जब बड़ों से लेकर बच्चों ने नए कपड़े नहीं पहने और जरूरतमंदों की मदद की। सोमवार सुबह फजर की अजान से पहले ही लोग उठ गए और खीर-सिवइयां पर फातिहा लगाई। उसके बाद फजर की नमाज अदा की। प्रशासन की ओर से तय किए गए 5-5 व्यक्तियों ने मस्जिदों और ईदगाहों में ईद की नमाज अदा की। उनके अलावा घरों में मौजूद सभी लोगों ने नमाजे चाश्त पढ़ी। नमाज के बाद सभी ने अपने गुनाहों की तौबा की। अमन-चैन व बीमारी से निजात की दुआएं मांगी। नमाज के बाद घरों में ही एक-दूसरे को और रिश्तेदारों व परिचितों को सोशल प्लेटफार्म पर मुबारकबाद दी। मुस्लिम मोहल्लों में भी इस बार रौनक नहीं दिखी। लोग सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए घर पर ही रहे। सिवइयों की मिठास घरों तक ही सीमित रही। इस अवसर पर बड़ों ने छोटों को ईदी भी दी।
उदयपुर अंजुमन तालीमुल इस्लाम के सदर मुजीब सिद्दीकी ने बताया कि ईद उल फि तर का पर्व उदयपुर संभाग में सादगी से मनाया गया। इस मौके पर मौलाना मुती उरहमान, अंजुमन तालीमुल इस्लाम कमेटी के नायब सदर एडवोकेट अशफ ाक खान, सेक्रेटरी आबिद खान पठान आदि पदाधिकारी पेसिफि क कॉलेज और अरावली कॉलेज उमरड़ा में क्वारंटीन किए गए लोगों से मिलने पहुंचे और वहां सभी को ईद की मुबारकबाद देकर अच्छी सेहत की दुआ मांगी। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) ने ईद के अवसर पर स्वराज्य नगर, दीवानशाह, गोसिया कालोनी, कैलाश कॉलोनी, नई आबादी, इंदिरा कालोनी में मिठाई वितरित की। जग नागरिक सेवा समिति के पदाधिकारियों ने बेड़वास कच्ची बस्ती, मठ मादड़ी, काली मगरी चित्रकूट नगर में गरीब परिवारों के बच्चों के साथ ईद मनाई। समिति महिला जिलाध्यक्ष रेहाना हबीब ने बताया कि सुबह से दोपहर तक 1000 जरूरतमंद परिवारों को भोजन परोसा गया, बिस्किट वितरित किए और 35 परिवारों को कच्ची राशन सामग्री के किट भी उपलब्ध कराए।