राजस्थान पत्रिका के अंक में बिजली चोरी को लेकर समाचार प्रकाशित होने के बाद निगम के अधिकारियों ने जिले भर में चोरी पकडऩे के लिए विशेष अभियान की शुरुआत की। इसके तहत गत 8 जून को पूरे जिले के सहायक अभियंताओं को उनके क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में बिजली चोरी पकडऩे के लिए भेजा गया। इसका असर यह हुआ कि जिले भर में इस दिन 144 चोरी के मामले सामने आए। इनमें से 86 मामले चोरी के और 58 मामले बिजली के दुरुपयोग के मिले। सभी मामलों में कुल 28.35 लाख रुपए का दंड निर्धारित किया गया। अविविनिलि के अधीक्षण अभियंता गिरन्ीश पारिख ने बताया कि चार प्रकरणों में एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
उन्होंने बताया कि बिजली चोरी एवं दुरुपयोग में लिप्त व्यक्तियों को सात दिन में राशि जमा करवाने का नोटिस जारी किया गया है। इन सात दिनों मेंं दंड की राशि जमा नहीं होने पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि बिजली चोरों और दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ निरंतर मुहिम जारी रहेगी।