सूरजपाल थानाधिकारी हेरम्भ जोशी ने बताया कि मामले में कंपनी मालिक कुणाल चौधरी ने आग लगने की रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में इसमें किसी व्यक्ति के लिप्त होने को लेकर कोई अंदेशा नहीं जताया गया है। दूसरी ओर, बाड़े में कारखाने एवं गोदाम के अवैध संचालन का आरोप लगाते हुए कहा कि इसकी शिकायत नगर निगम एवं यूआईटी से भी की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि, बातचीत में यह भी खुलासा हुआ कि पुलिस भी आग के कारणों पर जाने से पीछे हट रही है। गौरतलब है कि रविवार रात करीब डेढ़ बजे कंपनी के बाड़े में आग लग गई थी। आग की लपटों और धुएं के गगनचुंभी लपटों की सूचना पर समीपवर्ती लोग मकानों से बाहर आ गए या छतों पर चढ़ गए थे। आग बुझाने के प्रयासों के साथ वे खुद के मकानों की ओर बढ़ती आग को रोकने को लेकर परेशान थे।
मावली (निप्र). क्षेत्र के बडिय़ार गांव स्थित श्रीनाथ जी के 2 हजार बीघा के बीड़े में सोमवार दोपहर 12 बजे अचानक आग लग गई। बीड़े में रखा 500 बीघा चारा जलकर खाक हो गया।मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बीड़े में घास कटाई की जा रही थी। अचानक आग से बीड़े में अफरा तफरी मच गई। मजदूर दौडक़र बाहर भागे। ग्रामीण शोर सुन बीड़े में पहुंचे। ग्रामीणों ने मावली थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उदयपुर और नाथद्वारा से दमकलों को बुलाया। दमकल वाहन पहुंचे तब तक 500 बीघे का चारा जलकर खाक हो गया। दोनों दमकलों ने करीब 3 घण्टे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दमकलों के पहुंचने से पहले बड़ी संख्या में ग्रामीण, मजदूर एकत्रित हो गए। जिन्होनें पुलिस के साथ आग बुझाने का प्रयास किया। आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया। बीड़े में आग से लगभग 4 से 5 लाख रुपए का नुकसान हुआ।