साबूरा ने बताया कि उसके परिवार के सदस्यों ने पूरी रात रिमझिम बारिश के बीच इसी झोपड़े में गुजारी। पीडि़त के परिवार में कई छोटे बच्चे हैं। माली हालत खस्ता होने से बच्चों के पास पहनने के लिए पर्याप्त वस्त्र तक नहीं है। हमेशा तो सर्दी से बच्चों को बचाने के लिए यह दंपती घर में आग जला लिया करते थे परंतु बीती रात झोपड़ी में इतनी जगह ही शेष नहीं रही कि आग जलाकर सर्दी से बचा जा सके।
शनिवार को कार्रवाई की गई थी। नया कब्जा था। कई बार मौखिक रूप से हटाने के लिए कहा भी गया। नहीं हटाऐ जाने पर कार्रवाई की गई।
दिलीप सिंह, वनपाल, रेंज कूकावास
मुझे मामले की कोई जानकारी नहीं है। मैंने कुछ दिन पहले ही कार्यभार संभाला है। मामला दिखवाकर इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा।
दशरथ सिंह, क्षेत्रीय वन अधिकारी